नई दिल्ली : महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली को मौजूदा दौर के ‘आयकॉन (नायक या आदर्श) के रूप में जाना जाता है लेकिन भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज नवजोत सिंह सिद्धू के लिए ये दोनों दिग्गज संस्था किसी से कम नहीं हैं। सिद्धू ने कहा कि समकालीन खिलाड़ियों के फीके पड़ने के बाद भी कोहली और धोनी की प्रासंगिकता कम नहीं होगी। आईपीएल के लिए जियोस्टार विशेषज्ञ सिद्धू चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु प्रतिद्वंद्विता के बारे में पूछे जाने पर कहा कि लोग उन्हें (कोहली और धोनी) आयकॉन कहते हैं। मैं उन्हें संस्थाएं कहता हूं। विराट कोहली का नाम पीढ़ियों तक रहेगा।
धोनी का नाम पीढ़ियों तक रहेगा। उन्हें लंबे समय तक दुनिया भर में अपने वर्चस्व को स्थापित करने और सभी प्रारूपों में खुद को ढालने के लिए जाना जाएगा। उनका रवैया किसी शेर जैसा है। उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों ने अपने करिश्मे और आकर्षण से पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। पूरी दुनिया में वे बेहतरीन ‘रोल मॉडल' है। गली के बच्चे विराट कोहली बनना चाहते हैं। उनका प्रभाव इस तरह का है।
सिद्धू ने धोनी को विशेष खिलाड़ी करार देते हुए कहा कि वह भारत के सर्वश्रेष्ठ कप्तान रहे हैं। वह साथी खिलाड़ियों में आत्मविश्वास भरने में सफल रहे हैं। वह सामान्य खिलाड़ियों को विशेष बनाने में माहिर है। उन्होंने मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच में उनकी स्टंपिंग का जिक्र करते हुए कहा कि धोनी 43 साल के है, आपने देखा होगा कि उन्होंने किस तरह से स्टंप किया। उन्होंने बिजली की गति से तेजी से गिल्लियां बिखेर दी थी। मेरा कहने का मतलब यह है कि युवा खिलाड़ी भी इतनी फुर्ती नहीं दिखा सकते हैं। वह इस तरह से लोगों को प्रेरित करते हैं।