स्पोर्ट्स डेस्क : वर्षों की महनत के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी खुद की एक विरासत बनाई है। 2011 में भारत को वनडे विश्व कप जिताने से लेकर चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के साथ पांच इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) खिताब जीतने तक, रांची में जन्मे क्रिकेटर ने खेल को अपना सब कुछ दिया है। हालांकि भारत के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान का मानना है कि धोनी जैसे स्थापित और प्रसिद्ध खिलाड़ी के लिए क्रिकेट महत्वपूर्ण है, लेकिन यह उनके लिए सब कुछ नहीं है।
जहीर ने कहा, 'जब आप खेल रहे हों, तो (खेल से) स्विच ऑफ करना बहुत महत्वपूर्ण है। क्रिकेट ही सब कुछ नहीं है। हर क्रिकेटर को अंततः इसका सामना करना पड़ता है। जब आप खेल से दूर हो जाते हैं तो आपके पास बहुत सारे विकल्प नहीं होते हैं। हमने कई एथलीटों को रिटायर होने के बाद संघर्ष करते देखा है क्योंकि उन्होंने खेल को अपना सब कुछ दे दिया, और जब उन्होंने इसे छोड़ा, तो उन्हें नहीं पता था कि क्या करना है।'
जहीर ने धोनी की बाइक्स में रुचि पर भी गौर किया। उन्होंने कहा, 'इस अर्थ में एमएस धोनी को बहुत पहले ही समझ आ गया था कि उन्हें क्रिकेट का शौक है और यह उनके जीवन का अभिन्न अंग है। लेकिन यह सब कुछ नहीं हो सका। वह खेल से बाहर की चीजें करता रहता है। मसलन, बाइक्स में उनकी दिलचस्पी। वह हमेशा उन पर शोध करते रहते हैं।'