स्पोर्ट्स डेस्क : एशिया कप 2025 केवल रन, विकेट और शानदार प्रदर्शन के लिए ही नहीं बल्कि उन विवादों के लिए भी याद किया जाएगा जिन्होंने पूरे टूर्नामेंट का रुख और माहौल बदल दिया। भारत-पाकिस्तान की ऐतिहासिक प्रतिद्वंद्विता ने इसमें सबसे बड़ा मसाला डाला। मैदान पर हर गेंद के साथ जितना रोमांच बढ़ा, उतनी ही सुर्खियाँ खिलाड़ियों की हरकतों और रवैये ने बटोरीं।

'नो हैंडशेक' विवाद
भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान के कप्तान सलमान आगा से टॉस के दौरान तीन बार हाथ नहीं मिलाया। 14 सितंबर के लीग मैच, 21 सितंबर के सुपर-4 और फिर 28 सितंबर के फाइनल – तीनों मौकों पर वही नजारा दिखा। यह क्रिकेट की परंपरा से हटकर था, जहाँ टॉस के बाद कप्तान आपस में हाथ मिलाते हैं। सोशल मीडिया पर इसको लेकर #NoHandshake ट्रेंड करने लगा। भारतीय फैंस ने इसे "सख्त स्टैंड" बताया, वहीं पाकिस्तानी मीडिया ने इसे "स्पोर्ट्समैनशिप के खिलाफ" करार दिया।

फिटनेस बनाम पिच विवाद
सुपर-4 मैच के दौरान हार्दिक पंड्या चोटिल हो गए, जिससे टीम इंडिया की चिंता बढ़ गई। इस पर BCCI और PCB के बीच बयानबाजी शुरू हो गई। BCCI सूत्रों ने आरोप लगाया कि दुबई पिच की स्थिति खराब थी और ग्राउंड मैनेजमेंट ने खिलाड़ियों की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया। इसके जवाब में PCB ने कहा कि पंड्या की फिटनेस का मामला पूरी तरह व्यक्तिगत है और इसमें पिच का कोई दोष नहीं। इस बहस ने टूर्नामेंट के बीच में माहौल गरमा दिया और क्रिकेट से ज्यादा चर्चा प्रेस कॉन्फ्रेंस के बयानों की होने लगी।

हारिस रऊफ का इशारा
सुपर-4 मुकाबले में हारिस रऊफ ने बाउंड्री रोप पर खड़े होकर भारतीय दर्शकों की ओर "प्लेन क्रैश" का इशारा किया और साथ ही 6 उंगलिया दिखायई। यह वीडियो वायरल होते ही बवाल मच गया। कई विशेषज्ञों ने इसे हाल के भारत-पाक तनाव से जोड़कर देखा जिसमें पाकिस्तान ने भारत के 6 राफेल लड़ाकू विमान धवस्त करने का दावा किया था जो अभी तक सच साबित नहीं हुआ है। भारतीय फैंस ने सोशल मीडिया पर रऊफ को ट्रोल किया, जबकि पाकिस्तान के समर्थक इसे "जश्न का तरीका" बताने लगे। ICC ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए रऊफ को चेतावनी दी, लेकिन तब तक यह विवाद इंटरनेशनल मीडिया तक पहुंच चुका था।

बुमराह का पलटवार – 'प्लेन ड्रॉप'
28 सितंबर को खेले गए फाइनल में जसप्रीत बुमराह ने रऊफ को बोल्ड कर उनके स्टंप तोड़ दिए। इसके बाद उन्होंने वही "प्लेन ड्रॉप" का इशारा करके जवाब दिया।
इस पल को भारतीय फैंस ने "बदले की परफेक्ट स्क्रिप्ट" कहा। ट्विटर और इंस्टाग्राम पर बुमराह का यह वीडियो लाखों बार देखा गया। स्पोर्ट्स पंडितों ने भी माना कि बुमराह ने रऊफ को उसी अंदाज़ में जवाब देकर यह दिखा दिया कि भारतीय टीम मैदान और मैदान के बाहर दोनों मोर्चों पर हावी है।

अभिषेक शर्मा vs रऊफ – मैदान पर झड़प
सुपर-4 मैच में जब अभिषेक शर्मा आक्रामक बल्लेबाजी कर रहे थे, तब हारिस रऊफ और उनके बीच तीखी नोकझोंक हो गई। अंपायरों और साथी खिलाड़ियों को बीच-बचाव करना पड़ा। यह झगड़ा इतना बढ़ा कि टीवी कैमरों पर भी दोनों के बीच की बहस साफ दिखाई दी। बाद में अभिषेक ने कहा कि वह सिर्फ "खेल पर फोकस" कर रहे थे, जबकि रऊफ ने दावा किया कि भारतीय बल्लेबाज़ ने उन्हें उकसाया। दोनों खिलाड़ियों के बीच यह भिड़ंत भारत-पाक प्रतिद्वंद्विता का नया चेहरा बन गई।
जुर्माना और अपील – ICC के फैसले पर बवाल
ICC ने विवाद शांत करने के लिए सूर्यकुमार यादव और हारिस रऊफ पर 30% मैच फीस का जुर्माना लगाया। लेकिन यह फैसला भी विवादों से बच नहीं सका। BCCI और PCB दोनों ने अलग-अलग वजहों से इस जुर्माने को चुनौती दी। BCCI का तर्क था कि सूर्या ने केवल "देशभक्ति का संदेश" दिया, जबकि PCB ने कहा कि रऊफ की हरकत को "गलत तरीके से बड़ा" बनाया गया। नतीजा यह हुआ कि मामला और ज्यादा लंबा खिंच गया और खिलाड़ियों से ज्यादा चर्चा क्रिकेट बोर्ड्स की कानूनी लड़ाई की होने लगी।

रवि शास्त्री का साइलेंट इग्नोर
फाइनल के टॉस के दौरान रवि शास्त्री कमेंट्री टीम का हिस्सा थे। परंपरा के अनुसार टॉस के बाद कमेंटेटर दोनों कप्तानों से बातचीत करता है, लेकिन इस बार उन्होंने पाकिस्तानी कप्तान सलमान आगा से कोई सवाल नहीं पूछा। इसके बजाय, वकार यूनुस ने पाकिस्तानी कप्तान से बातचीत की। शास्त्री का यह "साइलेंट इग्नोर" सोशल मीडिया पर तुरंत वायरल हो गया। फैंस ने इसे "अनऑफिशियल स्टैंड" बताया और कहा कि मैदान पर भी भारत-पाक तनाव साफ झलक रहा था।