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मुंबई: वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डेरेन गंगा का मानना है कि सुनील नारायाण अब भी मजबूत खिलाड़ी हैं, लेकिन कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के अधिक सफलता हासिल नहीं कर पाने के कारण दबाव में हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि फ्रेंचाइजी बदलने से खराब फॉर्म से जूझ रहे इस कैरेबियाई स्पिनर को तरोताजा होने का मौका मिल सकता है। वरुण चक्रवर्ती (11 मैचों में 17 विकेट) और सुयश शर्मा (आठ मैचों में 10 विकेट) जैसे केकेआर के युवा स्पिनर इस आईपीएल में सफल रहे हैं लेकिन नारायण ने नए गेंदबाजी एक्शन के साथ संघर्ष किया है और 11 मैचों में केवल सात विकेट हासिल कर पाए हैं। चौंतीस साल के नारायण आईपीएल 2012 से इस दो बार की चैंपियन टीम का हिस्सा हैं। 

गंगा ने ‘क्रिकविज' कार्यक्रम के इतर कहा, ‘‘उन्हें अपने एक्शन में बदलाव करने में बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उन्हें लगातार ऐसा करना पड़ा, उन्हें कई बार बुलाया गया और चेतावनी दी गई। इसके कारण उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बाहर रहना पड़ा। लेकिन मेरे लिए सुनील नारायाण अब भी शानदार खिलाड़ी है, हो सकता है कि उनकी फ्रेंचाइजी में बदलाव करने से वह तरोताजा हो जाएं, कौन जानता है?'' 

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गंगा ने कहा कि नारायण तीन स्पिनरों की मौजूदगी वाली एकादश का हिस्सा रहे हैं और यह जरूरी नहीं है कि हर गेंदबाज सभी मैचों में प्रभावी हो। गंगा को यह भी लगता है कि आईपीएल के मौजूदा सत्र में खराब फॉर्म से जूझ रहे भारत और मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा को विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल से पहले ब्रेक लेने से फायदा होगा। रोहित ने आईपीएल के मौजूदा सत्र में 11 मैच में एक अर्धशतक से सिर्फ 191 रन बनाए हैं जिसके कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सात से 11 जून तक द ओवल में होने वाले खिताबी मुकाबले से पहले उनकी फॉर्म को लेकर चिंता जताई जा रही है।

 गंगा ने कहा, ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह एक स्तरीय खिलाड़ी है। हमने अतीत में महान खिलाड़ियों को देखा है जो खराब दौर से गुजरे, हाल ही में विराट कोहली खराब फॉर्म का सामना कर रहे थे और उन्हें मुश्किल दौर से गुजरना पड़ा था। इसके बाद उसने फॉर्म हासिल की और रन बनाए।'' उन्होंने कहा, ‘‘रोहित भी ऐसी ही स्थिति से गुजर रहे हैं जहां वह बहुत अधिक क्रिकेट खेल रहे हैं, कभी-कभी एक खिलाड़ी के रूप में आप कप्तान के रूप में मिलने वाली जिम्मेदारियों से थक सकते हैं।'' 

गंगा ने कहा कि थोड़े समय के लिए क्रिकेट से दूर होने से रोहित को आगे की चुनौतियों के लिए तरोताजा होने में मदद मिलेगी। रोहित डब्ल्यूटीसी फाइनल के अलावा इस साल के अंत में स्वदेश में होने वाले विश्व कप में भी भारत की कप्तानी करेंगे। गंगा ने कहा, ‘‘आपने सुना होगा कि सुनील गावस्कर ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप से पहले ब्रेक लेने और दिमाग को तरोताजा करने की सलाह दी थी - यह उनके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।''