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डलास : दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फाइनल मुकाबले में आखिरी ओवरों के दौरान दिमाग में क्या चल रहा है, इस बाबत भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने खुलासे किए हैं। टी20 विश्व कप जीतने के तुरंत बाद टी20ई से संन्यास लेने वाले भारतीय कप्तान डलास में एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। विश्व कप में भारतीय टीम ने आखिरी ओवरों में बेहतरीन गेंदबाजी का सबूत देकर दक्षिण अफ्रीका को लक्ष्य हासिल करने से रोक दिया था। इस पर बात करते हुए रोहित ने कहा कि वह उस वक्त पूरी तरह से खाली थे लेकिन उनके लिए इस पल में रहना महत्वपूर्ण था ताकि टीम अपनी योजनाओं को लागू कर सके। 

 

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भारतीय कप्तान ने कहा कि हां, मैं पूरी तरह से खाली था। मैं बहुत आगे के बारे में नहीं सोचता। मेरे लिए इस पल में रहना और हाथ में काम पर ध्यान केंद्रित करना बहुत महत्वपूर्ण है। हम सभी के लिए शांत रहना और हमारी योजनाओं को लागू करने का प्रयास करना बहुत महत्वपूर्ण था। हिटमैन' ने कहा कि ध्यान केंद्रित करने और शांत रहने से भारतीय टीम को प्रोटियाज पर जीत हासिल करने में मदद मिली।

 

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रोहित ने आगे कहा कि जब दक्षिण अफ्रीका को 30 गेंदों पर 30 रनों की जरूरत थी तब हम काफी दबाव में थे, हमने जो अगले 5 ओवर फेंके उससे पता चला कि हम कितने शांत थे। हमने सिर्फ अपने काम पर ध्यान केंद्रित किया, किसी और चीज के बारे में ज्यादा नहीं सोचा। हम घबराए नहीं। यही हमारी तरफ से बहुत अच्छी चीज थी। बता दें कि रोहित ने विश्वकप के 8 मैचों में 36.71 की औसत और 156 से अधिक की स्ट्राइक रेट से 257 रन बनाकर बल्ले से अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ टूर्नामेंट का समापन किया। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 92 था। उन्होंने प्रतियोगिता में तीन अर्धशतक बनाए। वह टूर्नामेंट में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे।


भारत ने जीता था रोमांचक फाइनल
भारतीय टीम ने प्रोटियाज बल्लेबाजी इकाई के सामने 177 रन का बचाव करना था। 14 ओवर तक टीम इंडिया जीत की पोजीशन में थी। लेकिन अक्षर पटेल द्वारा फेंके गए 15वें ओवर में हेनरिक क्लासेन ने 24 रन बटोर लिए। इससे भारत को 30 गेंदों में बचाव के लिए केवल 30 रन ही बचे। लेकिन तभी जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पंड्या और अर्शदीप सिंह की तिकड़ी ने किफायती गेंदबाजी की। पंड्या ने 17वें ओवर में क्लासेन का महत्वपूर्ण विकेट हासिल किया, जबकि अंतिम ओवर में लॉन्ग-ऑफ पर सूर्यकुमार यादव के शानदार कैच ने उन्हें डेविड मिलर का बेशकीमती विकेट दिलाया। जिससे भारतीय टीम की जीत पक्की हो गई।