Sports

नई दिल्ली : एशिया कप 2025 के रोमांचक फाइनल के बाद पाकिस्तान कप्तान सलमान आगा और भारत के बीच शुरू हुआ “हाथ मिलाने” का विवाद अब तूल पकड़ चुका है। भारत ने पाकिस्तान को हराकर नौवां एशिया कप खिताब जीता, लेकिन इस जीत से ज्यादा चर्चा मैच के बाद हुए नाटकीय घटनाक्रम की हो रही है।

हाथ मिलाने से इनकार, पाक कप्तान नाराज 

पाकिस्तानी कप्तान सलमान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत ने बार-बार हाथ मिलाने से इनकार करके “हमारा नहीं, क्रिकेट का अपमान किया।” उन्होंने कहा कि अच्छी टीमें ऐसा बर्ताव नहीं करतीं। हालांकि सलमान इस बात को भूल गए कि क्रिकेट के नियमों में हाथ मिलाना कहीं भी अनिवार्य नहीं है। यही बात भारत के पूर्व लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने उन्हें याद दिलाई।

मिश्रा का करारा जवाब, “क्या कोई नियम है?”

मिश्रा ने कहा, “क्या कोई नियम है कि हमें हाथ मिलाना ही होगा? हम क्रिकेट खेलते हैं, हम आपसे दोस्ती नहीं करना चाहते, हम हाथ नहीं मिलाना चाहते, ये हमारी मर्ज़ी है। नियम पुस्तिका में कहीं लिखा है क्या कि हाथ मिलाना जरूरी है?” उन्होंने आगे तंज कसते हुए कहा, “तीन मैच खेले और तीनों में आपको हराया। अब आप क्या चाहते हैं? कि हम आपसे दोस्ती करें? हमें क्यों करना चाहिए? भारतीय टीम ने बिल्कुल सही किया।” 

भारतीय टीम का स्टैंड

भारत ने ग्रुप चरण और सुपर फोर दोनों में हाथ मिलाने की परंपरा से दूरी बनाए रखी थी, और यही सिलसिला फाइनल तक चला। फाइनल जीतने के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने पीसीबी और एसीसी अध्यक्ष मोहसिन नक़वी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया। इसके चलते प्रस्तुति समारोह एक घंटे से ज्यादा देर तक अटका रहा। भारतीय खिलाड़ियों ने केवल व्यक्तिगत पुरस्कार ही लिए और नक़वी से अभिवादन करने से साफ मना कर दिया।

भीड़ की हूटिंग और तनावपूर्ण माहौल

पुरस्कार वितरण के दौरान स्टेडियम में मौजूद भारतीय प्रशंसकों ने नक़वी और पाकिस्तानी खिलाड़ियों के ख़िलाफ़ जमकर हूटिंग की। कुलदीप यादव, अभिषेक शर्मा और तिलक वर्मा जैसे खिलाड़ियों ने अन्य गणमान्य व्यक्तियों से सम्मान ग्रहण किया, लेकिन नकवी को नजरअंदाज कर दिया।

हमारे लिए देश पहले : मिश्रा

मिश्रा ने भारतीय टीम के फैसले की तारीफ़ करते हुए कहा, “मैं पूरी भारतीय टीम को सलाम करता हूँ। हम ट्रॉफी से ज्यादा अपने देश के लोगों के साथ खड़े हैं। अगर जुर्माना लगता तो भर देते, लेकिन हमने उनका सम्मान किया और मैच खेला। पाकिस्तान इसके लायक नहीं है।”