लंदन : भारतीय क्रिकेटर होने के दबाव से निपटने के बाद आर अश्विन अगले कुछ वर्षों में क्रिकेट के मैदान पर और भी बहुत कुछ करने की तैयारी में है। इस 38 वर्षीय खिलाड़ी ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट के बाद संन्यास की घोषणा करके क्रिकेट जगत को चौंका दिया था। वह अगले दिन चेन्नई स्थित अपने घर वापस आ गए जहां लोगों ने उनका जबरदस्त स्वागत किया। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल एथरटन और नासिर हुसैन के साथ बातचीत में अश्विन ने कहा कि श्रृंखला के बीच में संन्यास लेने का एक कारण यह था कि उन्हें अपने खेल से रचनात्मक संतुष्टि नहीं मिल रही थी।
उन्होंने कहा कि जब लोग मुझसे पूछते हैं ‘आगे क्या है?' जो एक पंक्ति जो मैंने हमेशा कही है वह यह है कि जिस दिन मैं जागूंगा और महसूस करूंगा कि मेरे काम में रचनात्मकता की कमी है या कोई दिशा नहीं है, तब मैं संभवतः उसे छोड़ दूंगा। उन्होंने कहा कि मुझे निश्चित रूप से लगता है कि रचनात्मक पक्ष के मामले में बहुत कुछ तलाशने को नहीं था। आज विश्व क्रिकेट में बहुत कुछ करने की संभावना उपलब्ध हैं। इसलिए मैंने सोचा कि ठीक है अगर यहां नहीं तो मैं कुछ और ढूंढ सकता हूं।
टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज ने कहा कि वह क्लब स्तर के क्रिकेट के साथ इंडियन प्रीमियर लीग में खेलना जारी रखेंगे। अश्विन से जब पूछा गया कि टेस्ट क्रिकेट में वह सातवें सबसे सफल गेंदबाज है और यह बात उन्हें कितना सूकून देती है। उन्होंने कहा कि मैं लंबे समय तक सूची में सातवें स्थान पर नहीं रहूंगा। नाथन लियोन मेरे काफी करीब है। 8वें नंबर पर खिसकने की भी खुशी होगी। आखिर में मैं जिस भी नंबर पर रहूं, उसे पाकर खुश हूं।