Sports

नई दिल्ली: टीम इंडिया के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई टेस्ट सीरीज़ के बाद चयनकर्ताओं की रणनीति पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने युवा ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी की जगह अक्षर पटेल को बेहतर विकल्प बताया है, जो गेंद और बल्ले दोनों से ज्यादा प्रभावी साबित हो सकते थे।

भारत ने वेस्टइंडीज को 2-0 से क्लीन स्वीप किया, लेकिन अश्विन का मानना है कि टीम के संतुलन और खिलाड़ियों की भूमिका को लेकर स्पष्टता की कमी दिखाई दी।

अश्विन ने नितीश रेड्डी की भूमिका पर उठाए सवाल

अश्विन ने अपने यूट्यूब शो पर कहा, 'अगर नितीश रेड्डी की भूमिका सिर्फ बल्लेबाजी तक सीमित है, तो फिर किसी स्पेशलिस्ट बल्लेबाज या गेंदबाज को मौका देना चाहिए था। अक्षर पटेल को क्यों नहीं? उन्होंने क्या कम किया है? वो कई बार मैच विनर रहे हैं।'

वास्तव में, रेड्डी को दूसरे टेस्ट में एक भी ओवर गेंदबाजी का मौका नहीं मिला, जबकि वेस्टइंडीज ने दूसरी पारी में 390 रन बनाए। इससे यह सवाल उठा कि अगर टीम उन्हें गेंदबाजी नहीं करा रही, तो उन्हें प्लेइंग XI में शामिल करने का क्या तर्क है?

अश्विन ने अक्षर पटेल के अनुभव को बताया अहम

अश्विन ने कहा, 'अक्षर पटेल की डिफेंस स्पिन के खिलाफ सबसे बेहतर है। अगर टीम उन्हें इस्तेमाल नहीं कर रही और केवल बल्लेबाजी गहराई के लिए किसी को चुन रही है, तो नितीश खेल सकते हैं, वरना अक्षर ही सही चुनाव हैं।'

उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि टीम इंडिया को भविष्य की सीरीज़ में भूमिका स्पष्ट रखनी होगी — ताकि युवा खिलाड़ियों को मौका भी मिले और टीम का संतुलन भी बना रहे।

आंकड़े बताते हैं फर्क

अक्षर पटेल: 14 टेस्ट, 646 रन (औसत 35.88), 4 अर्धशतक, 55 विकेट (औसत 19.34)

नितीश रेड्डी: 9 टेस्ट, 386 रन (औसत 29.69), 1 शतक, 8 विकेट (औसत 39.62)

इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि अक्षर पटेल का योगदान बल्ले और गेंद दोनों से कहीं अधिक स्थिर और प्रभावी रहा है।

आगे की राह

अश्विन के बयान ने भारतीय टीम चयन पर एक नई बहस छेड़ दी है क्या टीम को प्रदर्शन आधारित चयन पर जोर देना चाहिए या उभरते खिलाड़ियों को मौका देने पर? दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज़ में यह देखना दिलचस्प होगा कि टीम प्रबंधन किस दिशा में कदम उठाता है।