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खेल डैस्क : पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की निंदा रुकने का नाम नहीं ले रही है। अब इसके निंदकों की लिस्ट में अहमद शहजाद का भी नाम जुड़ गया है। पाकिस्तान के घरेलू टूर्नामेंट से नाम वापस लेने वाले शहजाद ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को उनकी कार्यप्रणाली को लेकर घेरा है और उनका खिलाड़ियों के प्रति रवैया नौकरों की तरह बताया है। पाकिस्तान क्रिकेट टीम भी इन दिनों अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रही। बांग्लदेश से उन्हें पहले टेस्ट में घरेलू मैदान पर ही हार झेलनी पड़ी। अब जब पीसीबी घरेलू ढांचे में बदलाव करने की सोच रहा है तो शाहजाद ने सामने आ रहे रुझानों पर अपना विरोध जाहिर किया है। 

 

पीसीबी ने फिलहाल चैंपियंस वन-डे कप के दौरान वकार यूनिस, शोएब मलिक, मिस्बाह-उल-हक, सरफराज अहमद और सकलैन मुश्ताक को टीमों के लिए मेंटर नियुक्त किया है। इसने 2025 चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारी के लिए पाकिस्तान के पांच पूर्व दिग्गजों को नियुक्त किया।  

 

वहीं, चैंपियंस कप से अपना नाम वापस ले चुके शहजाद ने पीसीबी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट टीम की हालत ऐसी है कि पीसीबी को कुछ ऐसे नामों की जरूरत है जो उनकी रक्षा के लिए सामने खड़े हो सकें। हमने पहले भी इस तरह की चर्चा की है। पाकिस्तान क्रिकेट टीम को जितना पैसा दिया जा रहा है, उतना ही उनका स्तर नीचे गिरता जा रहा है। कोई अनादर नहीं है लेकिन जैसे घरों में काम करने वाली नौकरानियां होती हैं और घर की महिलाएं थोड़ी-थोड़ी देर बाद गंदी जगहों के बारे में बताती हैं, वैसे ही पीसीबी का काम दिखता है।

 


बहरहाल, शहजाद ने चैपियंस वनडे कप से नाम वापस ले लिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- भारी मन से, मैंने घरेलू क्रिकेट चैंपियंस कप में नहीं खेलने का फैसला किया है। पीसीबी का पक्षपात, झूठे वादे और घरेलू खिलाड़ियों के प्रति अन्याय अस्वीकार्य है। ऐसे समय में जब पाकिस्तान मुद्रास्फीति, गरीबी और भारी बिजली बिल से जूझ रहा है, पीसीबी कुछ भी नहीं करने और मौजूदा टीम में असफल खिलाड़ियों को पुरस्कृत करने के लिए सलाहकारों पर 5 मिलियन रुपए बर्बाद कर रहा है।