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केपटाउन : तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने केपटाउन में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरे और अंतिम टेस्ट की पहली पारी में पांच विकेट लिए। इसके चलते टीम इंडिया को पहली पारी में 13 रनों की बढ़त मिली। पांच विकेट के बाद भारत के तेज गेंदबाज बुमराह ने कहा कि उन्होंने बस अपनी प्रक्रिया का पालन किया। बुमराह ने टेस्ट क्रिकेट में कुल मिलाकर सातवीं बार पांच विकेट लिए, जबकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने दूसरी बार यह कारनामा अंजाम दिया है। 

28 वर्षीय गेंदबाज ने 2018 में इस जगह अपना टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। उन्होंने कहा कि स्टेडियम में वापस आना खास है। बुमराह ने कहा, 'कुछ खास नहीं। मैंने बस अपनी प्रक्रिया का पालन किया और मुझे जो करना था उस पर ध्यान केंद्रित किया। दक्षिण अफ्रीका में वापस आकर खेलना खास है। मैंने यहां से अपनी टेस्ट कैरियर की यात्रा शुरू की थी। हम दबाव बनाना चाहते थे। हम विकेट लेने के पीछे नहीं भागे। हमने गेंदबाजी पर ध्यान केंद्रित किया और इसके परिणाम मिला है सभी गेंदबाजों ने जिस तरह गेंदबाजी की और अपना योगदान दिया, मैं उससे खुश हूं।

जोहान्सबर्ग में खेले गए दूसरे टेस्ट में बुमराह को केवल एक विकेट मिला था, वह भी पहली पारी में। पिछले मैच में विकेट न ले पाने पर उन्होंने कहा कि किसी दिन आपको परिणाम मिलते हैं और किसी दिन नहीं। मेरा रूटीन है, जिसका बार-बार पालन करता हूं। किसी दिन मुझे विकेट मिलेंगे, और किसी दिन किसी और को। यहां समर्थक और संदेह करने वाले हैं। मैं जो गेंदबाजी करता हूं उस पर मेरा नियंत्रण होता है। मैं बाहरी शोर से बचता हूं और अपनी प्रक्रिया का पालन करता हूं।

उल्लेखनीय हैं कि निर्णायक मैच के दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 24 रन पर अपने दोनों सलामी बल्लेबाजों को खो दिया। इसके बाद भारत के कप्तान विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा ने टीम को मुश्किल दौर से निकाला और धीरे-धीरे पारी को आगे बढ़ाया। भारत ने दिन की समाप्ति तक दो विकेट खोकर 57 रन बना लिए हैं यह पूछे जाने पर कि भारत को कितन रन बोर्ड पर लगाने चाहिए तो बुमराह ने कहा कि मैं कहूंगा कि कोई जादुई संख्या नहीं है। हमें विकेट का आकलन करने की जरूरत है। गेंद अभी थोड़ा सीम हो रहा है। हमें साझेदारी बनाने की जरूरत है।

गेंदबाज ने कहा 'यह नई गेंद की विकेट है। अभी इसका आकलन करना मुश्किल है। मुझे लगता है कि यह पहले दिन जैसा व्यवहार कर रही थी, देखते हैं कि विकेट कब टूटती है। इस दौरान बुमराह ने तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की भी प्रशंसा की, जिन्होंने दो विकेट लेकर मैच को भारत की ओर मोड़ दिया। उनका स्पेल शानदार था। उनके पास नियंत्रण और अच्छी लय है। उन्हें मिले दो तेज विकेट ने हमें खेल में वापस ला दिया। वह अपनी क्षमता का सबसे अच्छा उपयोग कर रहे हैं। कोहली पीठ दर्द के कारण दूसरा टेस्ट नहीं खेल पाए थे, लेकिन फाइनल मैच में भारत की अगुवाई करने के लिए लौट आए। यह पूछे जाने पर कि भारत के कप्तान गेंदबाजों को कितना प्रेरित करते हैं, बुमराह ने कहा कि कोहली हमेशा खिलाड़ियों का समर्थन करते हैं।