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स्पोर्ट्स डेस्क : दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में मयंक अग्रवाल का बल्ला पहली पारी में भी चला और उन्होंने शतकीय (108) पारी खेली। शतक लगाने के बाद मयंक ने अपनी बल्लेबाजी के बारे में बात की और कहा 450-500 रन दूसरी टीम पर दबाव बनाने के लिए काफी हैं। 

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मयंक ने बातचीत के दौरान कहा, फिर से शतक लगाने को लेकर मैं बुहत खुश हूं, ये अच्छी अनुभूति है। हमारी टीम अच्छी स्थिति में हैं। टाॅस जीतकर पहले बल्लेबाजी और एक बल्लेबाज के आउट होने के बाद भी रन बनाना अच्छा है। मयंक ने कहा कि एक समय एक था कि आसानी से रन नहीं बन रहे थे। वह बेहतर गेंदबाजी कर रहे थे और टाइट फिल्डिंग के चलते रन नहीं बनाने दे रहे थे। ये बहुत लम्बे समय तक चला, ध्यान और अपने खेल में सुधार के कारण मैं जो नहीं कर पा रहा था वो भी किया ये सब मानसिक अनुशासन की बात है। 

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उन्होंने आगे बात करते हुए कहा कि फिलेंडर और रबाडा अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे, हम जानते थे कि हम उनकी गेंद पर रन नहीं बना सकते, हम सीधे खेलते रहे और खराब गेंदों का इंतजार किया। मयंक ने कहा कि 450 से 500 रन दक्षिण अफ्रीका पर दबाव बनाने के लिए काफी है। 

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गौर हो कि लंच के बाद मयंक ने शतकीय पारी खेलते हुए भारत की स्थिति मजबूत करने में मदद की। उन्होंने 10 साल पुराने वीरेंद्र सहवाग के रिकाॅर्ड की बराबरी (द. अफ्रीका के खिलाफ लगातार 100 रन) की और 16 चौकों व 2 छक्कों की मदद से 108 रन बनाए। हालांकि पहले दिन का खेल खत्म होने तक वह अपनी विकेट नहीं बचा पाए। उनकी पारी की बदौलत भारत ने पहले दिन तीन विकेट गंवाकर 273 रन बनाए।