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स्पोर्ट्स डेस्क : इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) हमेशा से ही ऐसा मंच रहा है, जहां प्रतिभाओं को अवसर मिलते हैं। अब बिहार के 13 वर्षीय क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी को सऊदी अरब के जेद्दा में आयोजित मेगा नीलामी में राजस्थान रॉयल्स ने 1.1 करोड़ रुपए में चुना। सूर्यवंशी अब कैश-रिच लीग के इतिहास में साइन किए जाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी (13 वर्ष, 243 दिन) हैं। इसके बाद उनके उम्र धोखाड़ी संबंधी खबरें फैल रही हैं। इस पर सूर्यवंशी के पिता संजीव सूर्यवंशी का बयान सामने आया है। 

संजीव ने कहा, 'जब वह साढ़े आठ साल का था, तब उसने पहली बार बीसीसीआई के बोन टेस्ट के लिए आवेदन किया था। वह पहले ही भारत अंडर-19 खेल चुका है। हमें किसी से डर नहीं है। वह फिर से आयु परीक्षण से गुजर सकता है।'

समस्तीपुर के रहने वाले वैभव सूर्यवंशी ने इस साल की शुरुआत में मुंबई के खिलाफ अपने प्रथम श्रेणी पदार्पण के बाद से अब तक पांच रणजी ट्रॉफी खेलों में भाग लिया है। उन्होंने हाल ही में 23 नवंबर को राजस्थान के खिलाफ अपना टी20 डेब्यू भी किया था। इससे पहले वैभव सूर्यवंशी ने भी ट्रायल में भाग लिया था और युवा खिलाड़ी के पिता ने खुलासा किया कि राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर ने उन्हें एक ओवर में 17 रन बनाने की स्थिति दी थी। 

संजीव ने कहा, 'राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें नागपुर में ट्रायल के लिए बुलाया था। विक्रम राठौर सर (बल्लेबाजी कोच) ने मैच की स्थिति बताई, जिसमें उन्हें एक ओवर में 17 रन बनाने थे। बिटुवा ने 3 चक्के मारे। ट्रायल में उन्होंने आठ छक्के और चार चौके मारे। वह सिर्फ क्रिकेट खेलना चाहता है और कुछ नहीं। कुछ साल पहले उसे डोरेमोन बहुत पसंद था, लेकिन अब नहीं।' 

संजीव ने कहा, 'वो अब सिर्फ हमारा बिटुवा नहीं, पूरा बिहार का बिटुवा है। मेरे बेटे ने कड़ी मेहनत की है। 8 साल की उम्र में उसने अंडर-16 डिस्ट्रिक्ट ट्रायल में बेहतरीन प्रदर्शन किया। मैं उसे क्रिकेट कोचिंग के लिए समस्तीपुर ले जाता था और फिर वापस भी ले आता था। सिर्फ निवेश ही नहीं, यह बहुत बड़ा निवेश है। आपको क्या बताया हमने तो अपनी जमीन तक बेच दिया। अभी भी हालात पूरी तरह सुधरे नहीं।' वैभव सूर्यवंशी इस समय अंडर-19 एशिया कप के लिए दुबई में हैं। भारत अपना पहला मैच 30 नवंबर को आईसीसी अकादमी ग्राउंड पर पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगा।