नई दिल्ली : पिछले दो सत्र से त्रिपुरा की टीम के कप्तान और मेंटॉर की भूमिका में रहे ऋद्धिमान साहा घरेलू सत्र में दोबारा पश्चिम बंगाल के लिए खेलेंगे। वहीं वसीम जाफर पंजाब टीम के कोच बन सकते है। त्रिपुरा ने आगामी सत्र के लिए अपनी टीम में मनदीप सिंह को शामिल किया है जिनकी कप्तानी में पंजाब ने 2023-24 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का खिताब जीता था।
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली से चर्चा के बाद साहा और सुदीप चटर्जी ने बंगाल लौटने का निर्णय लिया है। साहा की बंगाल वापसी के संकेत इसी साल जून महीने में ही मिल गए थे जब उन्हें बंगाल टी20 लीग में मार्की प्लेयर के तौर पर शामिल किया गया था।
साहा ने क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (सीएबी) के एक अधिकारी के साथ हुए विवाद के बाद बंगाल टीम को छोड़ दिया था। साहा पर अधिकारी ने जानबूझकर रणजी ट्रॉफी के मैच ना खेलने का आरोप लगाया था। साहा ने भारत के लिए अंतिम बार दिसंबर 2021 में टेस्ट मैच खेला था। वह अब तक भारत के लिए 40 टेस्ट मैच खेल चुके हैं।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर वसीम जाफ़र पंजाब के मुख्य कोच बन सकते हैं। वह इस पद पर मुंबई के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ आविष्कार साल्वी की जगह लेंगे हैं। साल्वी अब भारतीय महिला टीम के गेंदबाज़ी कोच बन गए हैं। जाफर रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। इससे पहले वह विदर्भ, ओडिशा और उत्तराखंड को कोचिंग दे चुके हैं। वह बंगलादेश के बल्लेबाजी सलाहकार की भूमिका भी निभा चुके हैं। उनका यह कार्यकाल इसी साल जून में समाप्त हुआ है। जाफर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में पंजाब किंग्स के कोचिंग स्टाफ का भी हिस्सा रह चुके हैं।
तमिलनाडु के ऑलराउंडर बाबा अपराजित एक दशक से अधिक समय तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने के बाद अब केरला के लिए खेलेंगे। उन्हें केरल में लाने के प्रयास जून से ही जारी थे, जब एक पेशेवर खिलाड़ी की तलाश में केरल एसोसिएशन ने उनसे संपर्क साधा था। यह रिक्त स्थान लेग स्पिन ऑलराउंडर श्रेयस गोपाल के चलते हुआ है जिन्होंने एक सीजन तक केरल के लिए खेलने के बाद वापस कर्नाटक का रुख करने का फैसला किया है।
अपराजित को पिछले सीजन तमिलनाडु के रणजी ट्रॉफी दल में जगह नहीं मिली थी। केरल के लिए वह संजू सैमसन की अनुपस्थिति में कप्तानी का भी विकल्प हो सकते हैं। तेज गेंदबाज कुलदीप सेन ने भी एक सत्र तक तमिलनाडु के लिए खेलने के बाद अपनी पुरानी टीम मध्य प्रदेश से फिर से जुड़ने का फैसला लिया है। सेन को पिछले सीजन तमिलनाडु के लिए केवल तीन मैच खेलने का ही मौका मिला था। 2022 में बंगलादेश में एकदिवसीय में पर्दापण करने के बाद 27 वर्षीय सेन का करियर अब तक अपनी उड़ान नहीं भर पाया है।