वड़ोदरा : मुंबई इंडियंस की कोच चार्लोट एडवर्ड्स ने महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ उनकी टीम की आखिरी गेंद पर दो विकेट से हार में बड़ी भूमिका निभाने वाले विवादास्पद रन आउट फैसलों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इस तरह के निर्णय को समझना वास्तव में मुश्किल है जो मैच के अंतिम परिणाम को प्रभावित करते हैं। रन आउट के तीन विवादास्पद फैसले मुंबई इंडियंस के खिलाफ गए जिसका फायदा उठाकर दिल्ली जीत हासिल करने में सफल रही।
तीसरी अंपायर गायत्री वेणुगोपालन ने दिल्ली की तीन बल्लेबाजों राधा यादव, अरुंधति रेड्डी और शिखा पांडे को गिल्लियों की लाइट जलने के बावजूद नॉट आउट करार दिया। तीसरे अंपायर के इन फैसलों ने आखिर में मैच के परिणाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मुंबई की करीबी हार के बाद इंग्लैंड की दो बार की विश्व कप विजेता कप्तान एडवर्ड्स ने कहा, ‘आपको काफी शांत रहना होगा।
जब अधिकतर फैसलों के लिए तीसरे अंपायर की मदद ली जाती है तो वास्तव में यह काफी मुश्किल होता है। तब मैच का परिणाम बड़ी स्क्रीन पर नजर आता है।' उन्होंने कहा, ‘इसे पचा पाना वास्तव में मुश्किल है लेकिन मैं लंबे समय से इस खेल से जुड़ी हूं और जानती हूं कि यह खेल का हिस्सा है। इसलिए हमें बस आगे बढ़ना है। हमारी निगाह मंगलवार को होने वाले मैच पर हैं।'
भारत की पूर्व कप्तान मिताली राज ने भी मैच की कमेंट्री करते हुए कहा था कि अरुंधति और राधा यादव के मामले में फैसला मुंबई के पक्ष में जाना चाहिए था। आरसीबी के पूर्व क्रिकेट निदेशक माइक हेसन ने भी अंपायर के फैसले पर अविश्वास जताया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, ‘मुझे नहीं पता कि अंपायर ने यह फैसला क्यों दिया क्योंकि एक बार गिल्लियों की लाइट जलने के बाद अगर संपर्क टूट जाता है तो बल्लेबाज को आउट माना जाता है।'