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स्पोर्ट्स डेस्क : ऑस्ट्रेलिया मे ऐतिहासिक जीत के बाद भारतीय खिलाड़ियों का देश में जोरदार स्वागत किया गया। टेस्ट टीम में डेब्यू करने वाले वाशिंगटन सुंदर ने बयान दिया है कि उन्हें किसी विदेशी क्रिकेटर से नहीं बल्कि भारतीय क्रिकेटरों से ही प्रेरणा मिली है। भारतीय ड्रेसिंग रूम में कई खिलाड़ी हैं जिनसे युवा खिलाड़ी प्रेरित हो सकते हैं।   

सुंदर का मानना है कि टेस्ट टीम में आए किसी युवा खिलाड़ी के लिए किसी बाहरी खिलाड़ी से प्रेरणा लेने की जरूरत नहीं है क्योंकि भारतीय ड्रेसिंग रूम में ही कई आदर्श खिलाड़ी हैं। वाशिंगटन ने कहा कि एक युवा होने के नाते जब मैं किसी से प्रेरणा लेना चाहता हूं तो मुझे अपने ड्रेसिंग रूम में ही इतने अधिक आदर्श खिलाड़ी मिल जाते हैं। विराट कोहली, रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, आर अश्विन जैसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी वहां हैं। ये खिलाड़ी हमेशा आपकी मदद के लिये तैयार रहते हैं।

वाशिंगटन को सीमित ओवरों की श्रृंखला समाप्त होने के बाद नेट गेंदबाज के रूप में आस्ट्रेलिया में रहने के लिये कहा गया। इससे उन्हें लाल गेंद से नेट पर काफी गेंदबाजी करने को मिली। भारत की तरफ से एक टेस्ट के अलावा 26 टी20 और एक वनडे खेलने वाले वाशिंगटन ने कहा कि इससे निश्चित तौर पर मुझे मदद मिली क्योंकि मुझे टेस्ट मैचों के लिये टीम में बने रहने के लिये कहा गया था। लेकिन वह हमारे गेंदबाजी कोच भरत अरुण सर सहित सभी कोचों की रणनीति थी जिससे मदद मिली।

उन्होंने कहा कि ब्रिस्बेन में पहले दिन पिच से मदद नहीं मिल रही थी लेकिन पहले टेस्ट विकेट के तौर पर स्टीव स्मिथ का विकेट लेना सपना सच होने जैसा था। वाशिंगटन की बड़ी बहन शैलजा भी पेशेवर क्रिकेटर है और ये भाई बहन कभी कभार अपनी बातें एक दूसरे से साझा भी करते हैं। वाशिंगटन ने कहा कि अगर उसे (शैलजा) लगता है कि मुझे यह बात बतानी जरूरी है तो वह ऐसा करती है। उसके सुझाव हमेशा उपयोगी साबित होते हैं। लेकिन अमूमन घर में हम क्रिकेट पर चर्चा नहीं करते हैं।