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बेंगलुरू : नंबूरी तिलक वर्मा ने बुधवार देर रात वीडियो कॉल पर अपने माता-पिता नागराजू और गायत्री देवी से भारतीय टीम में अपने चयन की खबर साझा की। तिलक ने जब से अपने क्रिकेट सफर की शुरुआत की तभी से यह सपना देखा था और उनका सपना साकार होने के साथ नंबूरी परिवार में भावनाओं का ज्वार उमड़ आया। चयन के घंटों बाद भी तिलक की आवाज में इसका उत्साह देखा जा सकता है। 

उत्तर क्षेत्र के खिलाफ दलीप ट्रॉफी सेमीफाइनल खेल रहे तिलक ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा, ‘‘कल मेरी मां और पिता वास्तव में रो रहे थे। मैंने उन्हें वीडियो कॉल की और वे काफी भावुक थे। मेरे कोच (सलाम बायश) की भी यही प्रतिक्रिया थी। वह भी काफी भावुक हो गए थे।'' हैदराबाद के 20 साल के बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को बुधवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रृंखला के लिए भारत की टी20 अंतरराष्ट्रीय टीम में शामिल किया गया। तिलक को अपने चयन की खबर अपने बचपन के दोस्त से मिली क्योंकि दक्षिण क्षेत्र के लिए दलीप ट्रॉफी सेमीफाइनल में खेलने के कारण उनका फोन बंद था। 

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तिलक ने कहा, ‘‘मैं दलीप ट्रॉफी खेल रहा था, इसलिए मोबाइल बंद था। बाद में मेरे बचपन के दोस्त ने मुझे फोन किया और कहा कि आपको चुना गया है और तब रात को लगभग आठ बजे मुझे इसके बारे में पता चला।'' तिलक ने कहा कि आईपीएल में मुंबई इंडियन्स की ओर से खेलने के कारण उन्हें इस लम्हे के लिए तैयार होने में मदद मिली। उन्होंने कहा, ‘‘मैं किसी भी स्थिति में अपने ऊपर भरोसा करता हूं। मैं अपने दिमाग में स्पष्ट रहना चाहता हूं क्योंकि कीरोन पोलार्ड मुख्य खिलाड़ी थे जो उस स्थिति (डेथ ओवरों) में हमारे लिए यह काम किया करते थे। वह मुझे हमेशा कहते थे कि धैर्य रखो और अगली गेंद पर ध्यान लगाओ। इसलिए मैदान पर उतरते वक्त हर समय मैंने स्वयं पर भरोसा किया और इसने काम किया।''