खेल डैस्क : आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 इस बार और भी खास होने जा रही है। आईसीसी ने इसे रोचक बनाने के लिए कुछ नियमों में बदलाव किया है। यानी कि अब पहला पावरप्ले पहले 12 ओवरों को कवर करेगा। पहले यह 10 ओवर का था। मैच को और रोमांचक बनाने के लिए इस नियम को लाया गया है। टीमें रणनीतिक लचीलेपन का परिचय देते हुए 30वें और 40वें ओवर के बीच कभी भी फ्लोटिंग पावरप्ले लागू कर सकती हैं। इस तरह अगर कोई मैच टाई होता है तो इसका फैसला सुपर ओवर से निकाला जा सकता है। प्रत्येक गेंदबाज प्रति मैच अधिकतम 10 ओवर कर सकता है। अनिवार्य कन्कशन विकल्प और संभावित रणनीतिक विकल्प जैसे नए सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू होंगे।
मेजबान देश : टूर्नामेंट की मेजबानी पाकिस्तान और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) करेंगे। पाकिस्तान अधिकांश मैचों की मेजबानी करेगा, जबकि भारत से जुड़े मैच राजनीतिक और सुरक्षा कारणों से दुबई में खेले जाएंगे।
तिथियां : टूर्नामेंट 19 फरवरी से 9 मार्च, 2025 तक निर्धारित है।
टीमें : 8 (2 समूहों में)
ग्रुप ए : पाकिस्तान, भारत, न्यूजीलैंड, बांग्लादेश
ग्रुप बी : ऑस्ट्रेलिया, अफगानिस्तान, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका

प्रारूप
- प्रत्येक टीम राउंड-रॉबिन प्रारूप में एक बार अपने समूह की अन्य टीमों से खेलेगी
- प्रत्येक समूह से शीर्ष दो टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेंगी
- सेमीफाइनल 4 मार्च को दुबई में और 5 मार्च को लाहौर में होंगे
- फाइनल 9 मार्च को लाहौर में होगा। अगर भारत फाइनल में क्वालीफाई हुआ तो दुबई में होगा
यह है स्टेडिमम
पाकिस्तान में कराची, लाहौर और रावलपिंडी मैचों की मेजबानी करेंगे। प्रमुख स्थानों में कराची में नेशनल स्टेडियम, लाहौर में गद्दाफी स्टेडियम और रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम शामिल हैं। वहीं, यूएई में दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम मैचों की मेजबानी करेगा।
पुरस्कार राशि
टूर्नामेंट के लिए कुल पुरस्कार पूल 6.9 मिलियन डॉलर निर्धारित किया गया है, जो पिछले संस्करणों की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है। विजेता टीम को करीब 19 करोड़ की राशि मिलेगी। बता दें कि आईपीएल में ऋषभ पंत का ही मूल्य 27 करोड़ रुपए लगा है।

प्रसारण और स्ट्रीमिंग
टूर्नामेंट का भारत में स्टार स्पोर्ट्स और नेटवर्क 18 सहित विभिन्न प्लेटफार्मों पर लाइव प्रसारण किया जाएगा। आईसीसी अपनी वेबसाइट और ऐप के माध्यम से विश्व स्तर पर लाइव रेडियो कवरेज भी प्रदान करेगा।
खास बात
यह टूर्नामेंट 1996 के बाद से पाकिस्तान में पहला बड़ा आईसीसी आयोजन है, जो कई वर्षों की सुरक्षा चिंताओं के बाद अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों की मेजबानी करने के देश के प्रयासों को उजागर करता है।