लाहौर : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही एकदिवसीय श्रृंखला में पाकिस्तान के प्रदर्शन पर चिंता व्यक्त करते हुए पूर्व पाक तेज गेंदबाज सिकंदर बख्त ने वरिष्ठ और युवा दोनों खिलाड़ियों के फॉर्म की आलोचना की है। हाल ही में एक साक्षात्कार में बख्त ने युवा बल्लेबाजों अब्दुल्ला शफीक और सैम अयूब को टीम पर "बोझ" बताया, जिससे पाकिस्तान की टीम के चयन और रणनीति पर बहस छिड़ गई। पाकिस्तान टीम इस समय ऑस्ट्रेलिया में सफेद गेंद की सीरीज खेलने के लिए पहुंची हुई है। पहले ही वनडे में दोनों टीमों के तेज गेंदबाजों में मजेदार जंग हुई थी जिसमें आखिरकार ऑस्ट्रेलिया जीतने में सफल रहा था।
बख्त, जिन्होंने 1976 और 1989 के बीच पाकिस्तान के लिए 26 टेस्ट मैच और 27 एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले, ने कहा कि वरिष्ठ होने के बावजूद बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान लगातार चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में आगे नहीं बढ़े हैं, जिससे उनके नेतृत्व पर सवाल उठ रहे हैं। बख्त ने कहा कि बाबर और रिजवान टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं, फिर भी वे कठिन समय में टीम का नेतृत्व नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि वनडे में पाकिस्तान के एकमात्र सच्चे मैच विजेता फखर जमान को गलत तरीके से बाहर कर दिया गया।
बख्त ने नसीम शाह की लचीलेपन की प्रशंसा की। युवा तेज गेंदबाज ने पहले वनडे में तब शानदार गेंदबाजी की थी जब पाकिस्तान की टीम पहले खेलते हुए 203 रन ही बना पाई थी। नसीम की किफायती गेंदबाजी के कारण एक समय ऑस्ट्रेलिया पर हार का खतरा मंडराने लगा था। लेकिन अंत में पैट कमिंस ने साझेदारी कर अपनी टीम को जीत दिला दी। मैच के दौरान पाक टीम के संघर्ष और रिजवान के कप्तानी कौशल को सराहा गया था। लेकिन जीत न मिलने के चलते रिजवान भी निंदा का शिकार हुए थे। मैच में मोहम्मद रिज़वान 71 गेंदों में 44 रन बनाकर पाकिस्तान के शीर्ष स्कोरर रहे, जबकि नसीम ने 39 गेंदों में 40 रन जोड़कर पाकिस्तान को प्रतिस्पर्धी स्कोर के करीब ला खड़ा किया था।