खेल डैस्क : भले ही टी20 विश्व कप 2024 में टीम इंडिया के जीतने के बाद रोहित शर्मा को खूब प्रशंसा मिली लेकिन टी20 से टेस्ट क्रिकेट में आते ही वहीं लोग उनकी निंदा भी करने लगे हैं। बीते दिनों भारतीय टीम न्यूजीलैंड से टेस्ट सीरीज क्या हारी, तमाम तरह के आंकड़े बाहर गए। यह आंकड़े सीधा ईशारा कर रहे हैं कि रोहित टेस्ट क्रिकेट में अपना सर्वश्रेष्ठ समय खो चुके हैं। कई मौकों पर उनका जल्द विकेट गंवा देना, टीम इंडिया को हार की कागार पर ले जा जाता रहा है। मुंबई टेस्ट में रोहित पहली पारी में 18 रन ही बना पाए जबकि दूसरी पारी में वह केवल 11 गेंदें ही खेल पाए। स्टार बल्लेबाज को लाल गेंद वाले क्रिकेट में रन बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा है और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्टार संजय मांजरेकर ने 'वास्तविक समस्या' की ओर इशारा किया है।
संजय मांजरेकर ने रोहित की बल्लेबाजी का विश्लेषण करते हुए कहा कि मैं यह कभी नहीं कहूंगा कि वह लापरवाह है क्योंकि वह अभी रन बनाने और टीम को जीत दिलाने का तरीका ढूंढ रहा है। वह स्पष्ट रूप से अब अपने बचाव पर भरोसा नहीं करता है, आप देख सकते हैं कि मुंबई में आखिरी टेस्ट के दौरान पहले एक एलबीडब्ल्यू अपील उनके खिलाफ आई। वह इससे बच गए। इसके बाद अगली चीज जो वह करना चाहते थे वो था जवाबी हमला। उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि लक्ष्य बहुत बड़ा नहीं था। शायद उनके दिमाग में बांग्लादेश के खिलाफ किया गया रन चेंज होगा। फिर वह जिस गेंद पर आऊट हुआ, आप देख सकते हैं कि उसने उसे स्टैंड में मारने की कोशिश की थी। वह अपने कुछ बड़े हिट मिस कर रहा है। पहले टेस्ट मैच में भी ऐसा ही था। जहां उन्होंने बाहर कदम रखा और गेंद को मैदान के बाहर मारने की कोशिश की। वह अपने कई आक्रामक शॉट्स को गलत तरीके से मार रहे हैं और वह अपने बचाव पर पर्याप्त भरोसा नहीं कर रहे हैं। यह वर्तमान में रोहित शर्मा के लिए एक वास्तविक समस्या बन गई है।
न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में रोहित का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। उन्होंने कीवी टीम के खिलाफ टेस्ट सीरीज के तीनों मैच खेलकर 68.42 की स्ट्राइक रेट से 91 रन बनाए। न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-0 से सीरीज हारने के बाद, रोहित घरेलू धरती पर 3-0 से टेस्ट सीरीज में हार मानने वाले पहले भारतीय कप्तान बन गए। इस बीच, टॉम लैथम की न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया और भारत में लंबे प्रारूप की श्रृंखला 0-3 से जीतने वाली पहली टीम बन गई। रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट में 21 मैचों में टीम इंडिया का नेतृत्व किया है और 12 मैचों में जीत हासिल की है। इस बीच उन्होंने 7 मैच हारे हैं।