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नई दिल्ली: बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले दो टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम को शर्मनाक हार मिली। ऑस्ट्रेलियाई टीम को पहले टेस्ट में पारी और 132 रनों से हार मिली, जबकि दूसरे टेस्ट में उन्हें 6 विकेट से हार सामना करना पड़ा। टीम के इस बेहद खराब प्रदर्शन पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ग्रेग चैपल ने कहा है कि देश के प्रशंसक टीम के प्रदर्शन से बेहद निराश हैं और उन्होंने टीम को अगले मैचों में धैर्य और दृढ़ता दिखाने का आग्रह किया है।

चैपल ने कहा, "ऑस्ट्रेलिया यहां से क्या कर सकता है? सबसे पहले, अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम चुनें और फिर जुनून, दृढ़ता और धैर्य के साथ खेलें जो हमारी पहचान है। ऑस्ट्रेलियाई प्रशंसक जानते हैं कि भारत में यह कठिन है। वे एक बेहतर पक्ष से हारना स्वीकार कर सकते हैं, लेकिन वे एक ऑस्ट्रेलियाई टीम को लापरवाही से खेलते हुए और एक या दो सत्र में आउट होकर टीम को तीन दिन में खेल समाप्त करते हुए नहीं देखना चाहते। हमारे प्रशंसकों के बीच काफी गुस्सा, घबराहट और शर्मिंदगी है।" 

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ऑस्ट्रेलिया को सीरीज के अगले दो टेस्ट मैच क्रमश: 1-5 मार्च और 9-13 मार्च के बीच इंदौर और अहमदाबाद में खेलने हैं। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर का कहना है कि जनता नाराज है कि हमारी टीम ने सीरीज में अब तक बहुत कम लड़ाई दिखाई है।

उन्होंने कहा, "एक बल्लेबाज के रिवर्स स्वीप खेलते हुए पहली गेंद पर आउट हो जाना और ऐसे खेलना जैसे कि यह सीरीज भविष्य के लिए महत्वपूर्ण नहीं है, यह सही नहीं है। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों को यह महसूस करना चाहिए कि भारत के खिलाफ खेलना एक साइड शो नहीं है, बल्कि यह एक बड़ा शो है। यह सीरीज एशेज से बड़ी है।" 

पहले दो टेस्ट में उंगली की चोट के चलते ऑस्ट्रेलिया टीम के ऑल राउंडर कैमरून ग्रीन और गेंदबाज मिचेल स्टार्क मैच नहीं खेल पाए थे। चैपल ने कहा कि इन दोनों क्रिकेटरों को इंदौर टेस्ट खेलना चाहिए।

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उन्होंने कहा, "स्टार्क और ग्रीन अभी उभर नहीं पाए हैं, लेकिन उन्हें खेलना चाहिए। स्टार्क एक मैच विजेता है, इसलिए जब कोई नया बल्लेबाज क्रीज पर आता है, तो उनकी गेंदबाजी का इस्तेमाल करना चाहिए। ग्रीन और बोलैंड को भी लय में आना होगा। ग्रीन सुर्खियों में रहेंगे। भारतीय स्पिनर एक कम अनुभवी बल्लेबाज को क्रीज पर आते देख खुश होंगे, लेकिन उम्मीद की जानी चाहिए कि ग्रीन पहले दो टेस्ट में अपने सहयोगियों के कष्टों को देखकर सीखा है और वह अपनी अतिरिक्त पहुंच का विवेकपूर्ण तरीके से उपयोग करता है।"

चैपल ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के निचले क्रम के बल्लेबाजों को भी रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल और रवींद्र जडेजा जैसी निर्णायक पारी खेलनी चाहिए और टीम का कठिन स्थिति में साथ देना चाहिए।

उन्होंने कहा, "ऑस्ट्रेलियाई निचला क्रम उनके भारतीय बल्लेबाजी के निचले क्रम की तरह प्रतिभाशाली नहीं है, लेकिन हमें अब तक की तुलना में बहुत अधिक मेहनत करनी होगी। निचले क्रम के रन, जैसा कि हमने भारतीयों से देखा है, विपक्षी गेंदबाजों के दिलों को तोड़ सकते हैं। हमें भारतीय निचले क्रम को फ्रंट फुट पर आराम से बल्लेबाजी करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।"