Sports

स्पोर्ट्स् डेस्क: एशेज सीरीज के दूसरे टेस्ट के बाद इंग्लैंड के बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो की विकेट पर खड़ा हुआ विवाद खत्म नहीं हो रहा है। दूसरे एशेज टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने 43 रन से जीत दर्ज की थी और मैच के खत्म होने के बाद बेयरस्टो के स्टंप आउट पर विवाद खड़ा हो गया। मैच के बाद इंग्लैंड की मीडिया और कई क्रिकेट विशेषज्ञ के स्टंप आउट पर चर्चा करते हुए, इसे खेल भावना के खिलाफ बताया था। वहीं कई क्रिकेट विशेषज्ञ इस पूरे मामले को जायज ठहरा रहे हैं। अब इस मामले पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने प्रतिक्रिया दी है और उन्होंने बेयरस्टो की विकेट को जायज ठहराया है।

मोहम्मद कैफ ने एक न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए कहा, " इस मामले में खेल भावना का कोई सवाल ही नहीं उठता है। ये कोई रॉकेट साइंस नहीं है। बेयरस्टो इसलिए स्टंप आउट करार दिए गए थे, क्योंकि वह क्रीज से बाहर थे। बेयरस्टो बार-बार ऐसा कर रहे थे और एलेक्स कैरी को यह पता था।‘एक बल्लेबाज के तौर पर बल्लेबाज को यह पता होना चाहिए कि गेंद अगर विकेटकीपर के पास जाती है तो फिर आपको अपनी क्रीज में रहना होता है।"

बेयरस्टो के रन आउट का पूरा मामला

दरअसल, दूसरे एशेज टेस्ट के अंतिम दिन 52वें ओवर में एक विवादास्पद क्षण देखने को मिला जब ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने सीधे थ्रो से इंग्लैंड के बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो को स्टंप आउट कर दिया।  10 रन पर बल्लेबाजी कर रहे बेयरस्टो आउट होने से स्तब्ध रह गए, क्योंकि उन्हें विकेटकीपर से थ्रो की उम्मीद नहीं थी और वह गेंद को डेड समझकर क्रीज से बाहर चले गए थे।

बेन स्टोक्स और पैट कमिंस ने मैच के बाद दिया था ये बयान

मैच के बाद इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने विवादास्पद क्षण पर खुलकर बात की और स्वीकार किया कि वह आउट हो गए थे, लेकिन यह भी उल्लेख किया कि अगर वह ऑस्ट्रेलिया की जगह होते तो खेल की भावना के बारे में सोचते। उन्होंने कहा, 'दिन के अंत में, यह आउट था। लेकिन अगर दूसरे छोर पर होते, तो मुझे खेल की भावना के बारे में सोचना पड़ता। हमें बस आगे बढ़ना है।' 

ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने भी इस घटना पर अपने विचार साझा किए। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने कहा कि विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने पहले भी इसी तरह की घटना देखी थी और बताया कि आउट करना खेल के नियमों का एक हिस्सा है। उन्होंने कहा, 'कैरी ने पहले भी ऐसा होते देखा था, यह कानून में है, पूरी तरह से निष्पक्ष। मैंने इसे ऐसे ही देखा।'