स्पोर्ट्स डेस्क: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के आखिरी मैच में भारत को 21 रन से हार का सामना करना पड़ा और इसी के साथ भारत को सीरीज में 2-1 से मात मिली। टी20 के नंबर-1 बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव इस सीरीज में पूरी तरह फ्लॉप रहे और वह तीनों वनडे में अपना खाता भी नहीं खोल पाए। पहले दो वनडे में उन्हें चौथे नंबर पर भेजा गया था, लेकिन आखिरी वनडे में टीम प्रबंधन ने उनसे सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करवाने का फैसला लिया। हालांकि, यह फैसला उल्टा पड़ा और वह स्पिनर एश्टन एगर की पहली ही गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए। वहीं आखिरी वनडे में सूर्यकुमार को 7वें नंबर पर भेजने के फैसले को पूर्व क्रिकेटर अजेय जडेजा ने गलत ठहराया है।
जडेजा का मानना है कि सूर्यकुमार पहले दो वनडे में शून्य पर आउट होने के बाद दवाब में थे और आखिरी वनडे में सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करवाने और इंतजार करवाने से उनका दिमाग ज्यादा सोचने पर मजबूर हुआ और उन्हें आखिरी वनडे में खेल का दवाब खा गया। उन्होंने साथ ही कहा कि यह सिर्फ सूर्यकुमार की मानसिकता के बारे में है, जो उन्हें दवाब में डाल रही है।

उन्होंने कहा, "वह वही सूर्यकुमार यादव हैं, जिन्होंने पूरे मैदान में 360 डिग्री स्कोर किया। ऐसा नहीं है कि वह नहीं जानते कि कैसे खेलना है। यह सब मानसिकता के बारे में है। जब विराट कोहली जैसा कोई व्यक्ति इतने महीनों तक खराब फॉर्म का सामना करता है, तो इसका मतलब है दिमाग में कुछ है जो आपके खेल को प्रभावित करता है। यदि आप बहुत अधिक सोच रहे हैं, और आप खिलाड़ी को उसकी बल्लेबाजी के लिए इंतजार करवा रहे हैं, तो संदेह और बढ़ जाता है।"
जडेजा ने आगे कहा, "हमारे दिनों में, यह कहा जाता था कि अगर कोई फॉर्म में नहीं है और अगर वह नंबर 4 पर खेलता है और आप उसे नंबर 7 पर भेजते हैं तो यह हमेशा अधिक चुनौतीपूर्ण होगा। आप हमेशा अधिक सहज महसूस करेंगे जब आप ऊपर क्रम में बल्लेबाजी करते हैं। जब आप नंबर 7 पर आते हैं, तो आपकी बल्लेबाजी में जो भी ताकत होती है, आप उसका 60-80 प्रतिशत पहले ही खो चुके होते हैं। आपने इसे और आसान नहीं बनाया है। आप फॉर्म तभी वापस पा सकते हैं जब आप आगे खेलो। आप किसी को नहीं बचा सकते। यदि आप किसी को बचाने की कोशिश करते हैं, तो यह गेम आपको और अधिक काटता है।"