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न्यूयॉर्क : अपनी गेंदबाजी से भारत के दिग्गज बल्लेबाजों को परेशान करने के बाद बाएं हाथ के अमेरिकी तेज गेंदबाज सौरभ नेत्रवलकर मुंबई टीम के अपने पुराने साथी रोहित शर्मा और सूर्यकुमार यादव से मिलकर काफी खुश थे। भारत में जन्में इस तेज गेंदबाज ने अपने शुरुआती दो ओवर में विराट कोहली और रोहित के विकेट चटकाए थे। उन्होंने इससे पहले पाकिस्तान के खिलाफ भी शानदार गेंदबाजी कर टीम को सुपर ओवर में रोमांचक जीत दिलाई थी। 

पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर नेत्रवलकर ने अंडर-19 विश्व कप (2010) में भारतीय टीम के लिए खेलने के अलावा सूर्यकुमार के साथ मुंबई का प्रतिनिधित्व किया है। नेत्रवलकर ने भारत के खिलाफ मैच में चार ओवर में 18 रन खर्च कर दो विकेट लिए लेकिन यह अमेरिका को सात विकेट की शिकस्त से बचाने के लिए काफी नहीं था। 

नेत्रवलकर ने मैच के बाद कहा, ‘मैं उनसे एक दशक से अधिक समय के बाद मिला। यह विशेष था। हम पुराने दिनों को याद कर रहे थे क्योंकि हम बचपन से ही अंडर-15, अंडर-17 में साथ खेलते थे। ऐसा लगा जैसे हम वहीं से आगे बढ़ रहे हैं जहां से हमने छोड़ा था। हम उस समय के चुटकुले, अनौपचारिक बातचीत और ड्रेसिंग रूम के मजाक के बारे में बात कर रहे थे।' उन्होंने कहा, ‘मैच के बाद मैंने रोहित से भी बातचीत की,वह मुंबई में मेरे सीनियर थे। मैं उनके साथ खेल चुका हूं। मैंने विराट के साथ ज्यादा क्रिकेट नहीं खेला है लेकिन उन्होंने हमारे प्रयासों की सराहना की। यह अच्छा है उन्हें हमारी टीम में क्षमता दिखती है।' 

ओरेकल कंपनी में काम करने वाले इस 32 साल के खिलाड़ी ने अंडर-19 विश्व कप खेलने के बाद छात्रवृत्ति मिलने पर प्रतिष्ठित कॉर्नेल विश्वविद्यालय में उच्च अध्ययन के लिए अमेरिका जाने का फैसला किया। अमेरिका आने पर उनकी क्रिकेट यात्रा पर थोड़ा अल्पविराम लगा लेकिन उन्होंने खेल को फिर से शुरू किया और अमेरिकी टीम के अहम सदस्य बन गए। टी20 विश्व कप में शानदार सफलता के बारे में पूछे जाने पर इस खिलाड़ी ने कहा, ‘मैं अब भी इस सफलता का लुत्फ उठा रहा हूं। पिछले दो मैच काफी बड़े रहे हैं। मुझे खुशी है कि हमने एक इकाई के रूप में अच्छा प्रदर्शन किया है। परिस्थिति चाहे जो भी हो, हमेशा खुश रहना है।' नेत्रवलकर का परिवार अब भी भारत में है। 

उन्होंने भारत के खिलाफ प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘हम यह नहीं सोच रहे थे कि हम किसका सामना कर रहे है और क्या परिणाम होगा। यह हमारी योजनाओं के बारे में स्पष्ट होने, उसे मैदान पर उतारने के बारे में था। मुझे खुशी है कि मेरा पहला स्पैल शानदार रहा।' कोहली को पहली गेंद पर आउट करने के बारे में उन्होंने कहा, ‘यह मेरी ‘स्टॉक बॉल' थी। मैं उन्हें ज्यादा जगह नहीं देना चाहता था। मैं पहली गेंद को ऑफ स्टंप के करीब रखने की कोशिश कर रहा था। मैंने विकेट लेने के लिए कोई अतिरिक्त प्रयास नहीं किया था।'