पालेकल : भारत के युवा बल्लेबाज रिंकू सिंह श्रीलंका के खिलाफ तीसरे और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में स्टार बनकर उभरे, लेकिन बल्लेबाजी में नहीं बल्कि गेंदबाज की भूमिका में। मेजबान टीम जब आठ विकेट पर 137 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत की ओर बढ़ रही थी तब कप्तान सूर्यकुमार यादव ने गेंद रिंकू को थमा दी तब प्रतिद्वंद्वी टीम को 12 गेंद पर 9 रन की जरूरत थी। इस 26 वर्षीय दायें हाथ के ऑफ स्पिनर ने हालांकि निराश नहीं किया। उन्होंने अपने एकमात्र ओवर में दो विकेट चटकाए। इसमें उन्होंने सिर्फ तीन रन दिए और कुसल परेरा और रमेश मेंडिस के विकेट लिए। फिर 20 ओवर के बाद स्कोर बराबर होने के कारण मैच सुपर ओवर में चला गया जिसमें भारत विजेता रहा। रिंकू ने बाद में स्वीकार किया कि सूर्या ने उन्हें पहले ही बता दिया था कि जरूरत पड़ने पर उन्हें गेंदबाजी करनी पड़ सकती है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में उन्होंने कहा कि मैंने घरेलू क्रिकेट में काफी विकेट लिए हैं और मैंने वनडे में भी एक विकेट लिया है। सूर्या ने मुझे श्रृंखला में गेंदबाजी के लिए तैयार रहने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि हालांकि मैंने इस मैच से पहले गेंदबाजी नहीं की थी। लेकिन सूर्या भाई ने मुझे अपनी गेंदबाजी का अभ्यास करते रहने के लिए कहा था। रिंकू ने कहा कि मुझे उम्मीद नहीं थी कि मैच के दौरान मुझसे गेंदबाजी करने के लिए कहा जाएगा क्योंकि स्थिति काफी नाजुक थी। लेकिन उन्होंने मुझे गेंदबाजी करने को कहा। और जब मैंने गेंदबाजी शुरू की तो यह भगवान की योजना थी कि दो विकेट मिल गए।