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नई दिल्ली : भारतीय महिला क्रिकेट की स्टार ओपनर स्मृति मंधाना ने एक बार फिर दिखा दिया कि वह भारतीय टीम की धड़कन क्यों हैं। रविवार को नवी मुंबई के डॉ. डी.वाई. पाटिल स्टेडियम में खेले गए ICC महिला वर्ल्ड कप 2025 फाइनल में साउथ अफ्रीका के खिलाफ उनकी दमदार पारी ने न केवल भारत को मजबूत शुरुआत दी, बल्कि एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड भी उनके नाम कर दिया। इस मैच के साथ, मंधाना अब महिला वनडे वर्ल्ड कप के एक ही संस्करण में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाली भारतीय बल्लेबाज बन गई हैं, उन्होंने दिग्गज मिताली राज का पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। 

मंधाना की चमक: नया रिकॉर्ड, नई ऊंचाई

स्मृति मंधाना ने इस टूर्नामेंट में अपने लगातार प्रदर्शन से भारतीय बल्लेबाजी की रीढ़ साबित की है। उन्होंने 434 रन बनाकर मिताली राज के 409 रन (2017) के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। यह सिर्फ आंकड़ों की जीत नहीं थी, यह उस आत्मविश्वास, धैर्य और निरंतरता का प्रमाण था जो मंधाना ने पूरे टूर्नामेंट में दिखाया। उनकी हर पारी में तकनीक, टेम्परामेंट और टाइमिंग का शानदार मिश्रण दिखा, जिसने भारत को कई बार मज़बूत स्थिति में पहुंचाया। 2017 में जब मिताली राज ने इंग्लैंड में शानदार प्रदर्शन किया था, तब भारत फाइनल तक पहुंचा था लेकिन खिताब से थोड़ा पीछे रह गया। इस बार मंधाना ने वही कहानी बदलने का इरादा दिखाया और अब भारत उस सपने के बेहद करीब है जो सालों से अधूरा था।

शेफाली वर्मा के साथ विस्फोटक शुरुआत

साउथ अफ्रीका के खिलाफ फाइनल में मंधाना की साझेदारी शेफाली वर्मा के साथ निर्णायक रही। दोनों ने शुरुआती ओवरों में ही विपक्षी गेंदबाजों पर दबाव बना दिया। पहले सात ओवरों में ही उन्होंने 50 रनों की साझेदारी पूरी कर ली, जिसमें स्मृति की क्लासिक ड्राइव और शेफाली के अटैकिंग शॉट्स ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। मंधाना ने मैदान के हर हिस्से में रन बनाए, कवर ड्राइव से लेकर पुल शॉट तक, उनकी टाइमिंग लाजवाब थी। उनकी इस सहज बल्लेबाजी ने भारत को वह लय दी जो किसी फाइनल में सबसे मुश्किल होती है, शुरुआत में बिना दबाव के रन बनाना।

मंधाना बनाम लौरा वोल्वार्ड्ट: रन मशीनों की जंग

साउथ अफ्रीका की कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट इस वर्ल्ड कप की टॉप रन स्कोरर रही हैं, जिन्होंने अब तक 470 रन बनाए हैं। लेकिन मंधाना की फॉर्म और फाइनल में उनकी पारी ने इस रेस को और रोमांचक बना दिया। अगर स्मृति फाइनल में बड़ी पारी खेलतीं तो वह वोल्वार्ड्ट को पछाड़कर टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज भी बन सकती थीं। चाहे रिकॉर्ड टूटे या नहीं, इस मुकाबले ने दोनों खिलाड़ियों की क्रिकेटिंग क्लास को दुनिया के सामने उजागर किया।

भारत के लिए परफेक्ट प्लेटफॉर्म

स्मृति मंधाना आखिरकार 18वें ओवर में क्लो ट्रायोन की गेंद पर आउट हो गईं, लेकिन तब तक वह भारत को सुरक्षित स्थिति में पहुंचा चुकी थीं। उनकी शेफाली वर्मा (50 रन) के साथ साझेदारी ने टीम को मज़बूत नींव दी, जिससे मिडिल ऑर्डर बल्लेबाजों को बड़े शॉट खेलने की आज़ादी मिली। भारत की पूरी पारी में मंधाना का योगदान केवल रन तक सीमित नहीं था, यह आत्मविश्वास का प्रतीक था, एक ऐसा संकेत कि भारतीय महिला क्रिकेट अब किसी भी टीम के खिलाफ डटकर खेल सकती है।

भारत के लिए महिला वर्ल्ड कप के एक संस्करण में सबसे ज्यादा रन 

स्मृति मंधाना – 9 मैच, 434 रन (2025)
मिताली राज – 9 मैच, 409 रन (2017)
पूनम राउत – 9 मैच, 381 रन (2017)
हरमनप्रीत कौर – 9 मैच, 359 रन (2017)
स्मृति मंधाना – 7 मैच, 327 रन (2021/22)