खेल डैस्क : संजू सैमसन पिछले कुछ समय से सफेद गेंद क्रिकेट में सनसनीखेज फॉर्म में हैं, लेकिन उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में जगह नहीं मिली है। सैमसन की सबसे हालिया अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति टी20ई में है, जिसमें उन्होंने अपनी पिछली 5 पारियों में 3 शतक बनाए। एक यह भी कारण हो सकता है कि टीम इंडिया प्रबंधन उन्हें केवल टी20 पर ही फोक्स करने के लिए बोल रहा है। शनिवार को प्रेस वार्ता के दौरान मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने संजू सैमसन का नाम सामने न आने पर कहा कि कई बार आपको फाइनल 15 निकालने के लिए कुछ मुश्किल फैसले लेने पड़ते थे। यहां भी ऐसा ही हुआ है।
इन 3 कारणों के चलते बाहर हुए सैमसन
नंबर 1 : सैमसन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी मैच मिले जिसके चलते वह घरेलू क्रिकेट से दूर हो गए। विजय हजारे ट्रॉफी में वह खेल नहीं पाए। केरल क्रिकेट एसोसिएशन ने कथित तौर पर सैमसन को राज्य टीम से बाहर कर दिया क्योंकि उन्होंने टूर्नामेंट से पहले तैयारी शिविर के लिए अपनी अनुपलब्धता व्यक्त की थी। बीसीसीआई पहले ही क्रिकेटरों से घरेलू क्रिकेट खेलने का बोल चुका है। ऐसे में सैमसन ने विजय हजारे ट्रॉफी में न खेलकर अपने खिलाफ माहौल तैयार कर लिया।
नंबर 2 : टीम इंडिया की टी20 टीम में रोहित शर्मा के रिटायरमेंट के बाद जयसवाल के साथ ओपनिंग के लिए संजू सैमसन का नाम सबसे ऊपर है। उनका प्रदर्शन टी20 में ही अच्छा रहा है। टीम इंडिया प्रबंधन उन्हें 2026 में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए ओपनिंग पर पक्का करना चाहता है। इसलिए उन्हें टी20 पर ही फोक्स करने का बोला जा सकता है। रोहित अभी भी वनडे में सक्रिय है ऐसे में वहां ओपनिंग पर सैमसन के लिए जगह नहीं है। मध्यक्रम में श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत की वापसी के कारण भी वह जगह बनाने से चूक गए।
नंबर 3 : आखिरी वनडे दिसंबर 2023 में खेला था
सैमसन ने टीम इंडिया के लिए आखिरी वनडे मुकाबला दिसंबर 2023 में साऊथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था। उक्त मुकाबले में उन्होंने शानदार 108 रन बनाए थे। लेकिन इसके बाद वह वनडे टीम में जगह नहीं बना पाए। वह वनडे क्रिकेट में 16 मैचों में 56 की औसत से 510 रन बना चुके हैं जिसमें एक शतक और 3 अर्धशतक शामिल हैं। लेकिन वनडे क्रिकेट से एक साल की दूरी ने उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।
हरभजन ने भी दिया था बयान
पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने भी बीते दिनों सैमसन की वनडे में शमूलियत की खबरों पर अपनी राय रखी थी। उन्होंने कहा था कि उसने अपने पिछले 5 मैचों में 3 शतक बनाए हैं। उनका वनडे में औसत लगभग 56 का है लेकिन मुझे नहीं लगता कि टीम में उनकी एंट्री पक्की है। मैंने उसे चैंपियंस ट्रॉफी के लिए अपनी टीम में शामिल किया था, लेकिन चयनकर्ता और टीम प्रबंधन क्या सोचते हैं, यह काफी अलग है। मुझे लगता है कि उसे जगह मिलनी चाहिए। अगर कोई व्यक्ति पांच मैचों में तीन शतक लगा रहा है तो इसका मतलब है कि वह ऐसे क्षेत्र में है जहां उसे रोका नहीं जा सकता। वह फॉर्म में है, वह आश्वस्त है, उसने दक्षिण अफ्रीका में दो शतक बनाए हैं, अगर आप घर से बाहर शतक बनाते हैं तो यह बड़ी बात है।