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मेलबर्न : कप्तान रोहित शर्मा जब बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में रन बनाने का तरीका समझने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, तब भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री का कहना है कि इस स्टाइलिश बल्लेबाज को स्पष्ट मानसिकता के साथ उतरना चाहिए और साथ ही अपनी रणनीति बदलकर गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामकता अपनानी चाहिए। रोहित अपने दूसरे बच्चे के जन्म के समय परिवार के साथ रहने के लिए ऑस्ट्रेलिया में पहला टेस्ट मैच नहीं खेल पाए थे। 

उम्मीद थी कि वह सलामी बल्लेबाज के तौर पर उतरेंगे लेकिन पर्थ में भारत की जीत में केएल राहुल की 77 रन की शानदार पारी के बाद बल्लेबाजी क्रम में बदलाव किया गया और रोहित को छठे नंबर पर उतारा गया। हालांकि यह बदलाव रोहित के लिए फायदेमंद नहीं रहा क्योंकि वह पिछली तीन पारियों में 10, तीन और छह रन ही बना पाए हैं जबकि राहुल ने तीसरे टेस्ट में ब्रिसबेन में पहली पारी में 84 रन बनाकर मौके का फायदा उठाया। 

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) समीक्षा पर शास्त्री ने कहा, ‘मैं रोहित शर्मा को अच्छा करते हुए देखना चाहूंगा। उनकी रणनीति में थोड़ा बदलाव होना चाहिए क्योंकि वह अब भी इस छठे नंबर पर बेहद खतरनाक हो सकते हैं।' क्रिकेटर से कमेंटेटर बने इस खिलाड़ी ने कहा, ‘मुझे लगता है कि उसे अपनी मानसिकता में बहुत स्पष्ट होना चाहिए कि वह मैदान पर जाकर विपक्षी टीम पर आक्रमण करे और किसी और चीज की चिंता नहीं करे।' 

शास्त्री को लगता है कि रोहित को रक्षात्मक मानसिकता से दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘आप उनसे बस यही चीज नहीं चाहते कि उनके मन में दो तरह के विचार रहें कि उन्हें बचाव करना है या आक्रमण करना है। मुझे लगता है कि उन्हें आक्रमण करना चाहिए। उन्हें इस नंबर पर विपक्षी टीम पर आक्रमण करना चाहिए।' उन्होंने कहा, ‘‘क्योंकि अगर वह पहले 10-15 मिनट तक क्रीज पर टिके रहते हैं तो वह अपना स्वाभाविक खेल क्यों नहीं खेलते? और प्रतिद्वंद्वी टीम पर आक्रमण करें।' 

शास्त्री को लगता है कि रोहित के लिए फॉर्म में वापस आने और भारत के लिए मैच जीतने का यह सबसे अच्छा तरीका है। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि दुनिया में सबसे अच्छे छठे नंबर के वो बल्लेबाज हैं जो जवाबी हमला करने की क्षमता रखते हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह फॉर्म में वापसी करने का ही नहीं बल्कि भारत के लिए मैच जीतने का भी सबसे अच्छा तरीका होगा। क्योंकि यह महत्वपूर्ण नंबर है।' 

शास्त्री ने कहा, ‘दुनिया में सर्वश्रेष्ठ छठे नंबर के बल्लेबाज जानते हैं कि जवाबी हमला कैसे करना है। वे हालात को अच्छी तरह से समझते हैं। पर अगर बहुत विकेट गिर गए हैं तो शायद थोड़ी देर के लिए आपको सावधान रहना होगा। लेकिन आक्रामकता में बहुत देर नहीं होनी चाहिए। जब आप इतने काबिल हैं और जब आप भारत के लिए बल्लेबाजी की शुरुआत करते हैं तो आपके पास ऑस्ट्रेलियाई हालात में खेलने के लिए सभी शॉट होंगे।' 

रोहित ने 2013 में छठे नंबर पर अपना टेस्ट पदार्पण किया था और शतक जड़ा था। शास्त्री ने पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला में अब तक दो अर्धशतक जड़ने के बाद चौथे टेस्ट में सलामी बल्लेबाज के रूप में राहुल का समर्थन किया। उन्होंने कहा, ‘मैं ब्रिसबेन टेस्ट में रोहित से पारी का आगाज करने के लिए कहता। लेकिन जिस तरह से राहुल ने बल्लेबाजी की, उसे देखना मजेदार था। वह जिस तरह से वह बल्लेबाजी कर रहा है, मुझे लगता है कि उसने शानदार शुरुआत की है।' 

पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि राहुल इस समय फॉर्म में हैं और आत्मविश्वास से भरे हुए हैं। शास्त्री ने कहा, ‘जिस तरह से वह गेंद छोड़ रहे हैं, जिस तरह से गेंद को बल्ले पर आने दे रहे हैं, बेहतर कवर ड्राइव खेल रहे हैं, वह शानदार हैं। इसलिए मुझे लगता है कि जब इतने आत्मविश्वास से भरे हैं तो इसे ऐसे ही रहने देना चाहिए।'