खेल डैस्क : सुरेश रैना ने भारतीय टी20 टीम पर बात करते हुए कहा कि यह काफी चौका देने वाली बात है कि रिंकू सिंह जिन्होंने हमेशा भारत के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया हैं, को टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम में नहीं चुना गया। पूर्व भारतीय बाएं हाथ के बल्लेबाज और भारत की 2011 विश्व कप जीत में प्रमुख खिलाड़ी सुरेश रैना ने पहले भी कहा था कि रिंकू सिंह के पास धोनी जैसी फिनिशिंग की काबिलियत है। और वह भारत को कठिन परिस्थिति में भी जीत दिला सकते हैं।
सुरेश रैना ने कहा कि इस विश्व कप के दौरान रिंकू सिंह भारत के लिए अगला एक्स-फैक्टर खिलाड़ी हो सकते थे। वह कल्पना करता है कि रिंकू विजयी छक्का लगाकर भारत के लिए आईसीसी ट्रॉफी जीतेंगे, जिसे देश पिछले कई वर्षों में नहीं जीत पाया है। रिंकू सिंह के बारे में सुरेश रैना की तरफ से कही ये बात एक्स पर बहुत वायरल हो रही हैं - जिस दिन भारत अगला विश्व कप जीतेगा, रिंकू सिंह वहां मौजूद होंगे और टीम को कठिन परिस्थिति से जीत दिलाने और विजयी छक्का लगाने के लिए मार्गदर्शन करेंगे।
बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान ने भी रिंकू सिंह के बारे में बात करते हुए कहा कि हम शायद आपका ज्यादा साथ नहीं दे पा रहे लेकिन जैसा कि एक कहावत है कि सुरंग के अंत में प्रकाश है - इसलिए इसे आप भगवान की योजना जैसा मान सकते हैं अंत में जो होगा अच्छा ही होगा। अब इस बात से देखना यह है कि कौन कम मुस्कुराने लगा है - गौतम गंभीर या सुनील नरेन? यहां तक कि चंद्रकांत पंडित भी कम मुस्कुराने लगे हैं।
सुरेश रैना का टी20ई शतक
2010 में सुरेश रैना ने सेंट लूसिया में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 विश्व कप के दौरान मैच में शतक बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बनकर क्रिकेट इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया था। 60 गेंदों पर 9 चौकों और 5 छक्कों सहित 101 रनों की इस बेहतरीन पारी ने उनके करियर में बहुत ख़ास जगाह बना ली थी और किसी भारतीय खिलाड़ी द्वारा टी20 विश्व कप में एकमात्र शतक भी दर्ज हुआ। इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने भारतीय क्रिकेट पर एक गहरी छाप छोड़ी है।
केकेआर की खोज बनकर उभरे रिंकू सिंह
रिंकू सिंह की बात करें तो कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए वह बेहतरीन खोज बनकर उभरे हैं। दिनेश कार्तिक के जाने के बाद रिंकू ने केकेआर में आंद्रे रसेल के साथ कुछ अच्छी साझेदारियां कर टीम की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। केकेआर में उनके प्रभावशाली प्रदर्शन ने उन्हें चर्चा का कारण बना दिया हैं। धोनी के रिटायरमेंट के साथ भारत को उनकी जगह पर उनकी तरह एक बेहतरीन खिलाड़ी की तलाश रही है और जब भी मौका मिला रिंकू इस भूमिका में पूरी तरह फिट बैठते दिखे हैं। फिनिशर के तौर पर पहचान बना रहे रिंकू सिंह टी20 विश्व कप में 89 की औसत से 356 रन बना चुके हैं। उन्होंने आईपीएएल में 32.62 की औसत से 848 रन बनाए थे जिसमें उनके बल्ले से 63 चौके और 44 छक्के निकले थे। उनका स्ट्राइक रेट 176 से अधिक रहा है। इस सीजन में रिंकू को इंपेक्ट प्लेयर नियम के तहत भी ज्यादा मौके नहीं मिले हैं। उन्होंने सीजन में सिर्फ 172 रन ही बनाए हैं। पिछले साल उन्होंने कोलकाता को आंद्रे रसेल का विकल्प दिया था। कई अहम मैचों में रिंकू सिंह का बल्ला चला था। गुजरात टाइटन्स के खिलाफ लीग गेम में तो उन्होंने यश दयाल की लगातार 5 गेंदों पर 5 छक्के लगाकर अपनी टीम को जीत दिलाई थी। इसके बाद आयरलैंड दौरे पर भी वह बड़ी हिट लगाकर बीसीसीआई चयनकर्ताओं का ध्यान खींचने में सफल रहे थे।