खेल डैस्क : एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को सीजन की दूसरी हार झेलनी पड़ी। अब तक हुए 15 मुकाबलों में हमेशा घरेलू टीम ही हावी रही है लेकिन बेंगलुरु घर पर ही 2 बार मुकाबला गंवा चुकी है। यही नहीं, सीजन में वह ऐसी पहली टीम बन गई है जोकि लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑलआऊट हो गई। लखनऊ ने पहले खेलते हुए डीकॉक ने 81 रनों की बदौलत 181 रन बनाए थे। जवाब में आरसीबी की टीम महिपाल लोमरोर के 33 रनों की बदौलत 153 रन ही बना पाई। यही नहीं, बेंगलुरु की हार के कुछ और भी बड़े कारण रहे। जानें-
सिराज का लगातार फेल होना
बेंगलुरु को पावरप्ले में मोहम्मद सिराज हमेशा विकेट निकालकर देते रहे हैं लेकिन वह पिछले 4 मुकाबलों में प्रभाव जमाने में फेल हो रहे हैं। सिराज ने चेन्नई के खिलाफ 0/38, पंजाब के खिलाफ 2/26, कोलकाता के खिलाफ 0/46 तो लखनऊ के खिलाफ 1/47 के आंकड़े दिए जोकि प्रभावी प्रदर्शन नहीं है। 4 मैचों में सिर्फ 3 विकेट सिराज का बेहतरीन प्रदर्शन नहीं कहा जा सकता।
डीकॉक को न रोक पाना
क्विंटन डी कॉक का चिन्नास्वामी स्टेडियम में प्रदर्शन अच्छा रहा है। वह यहां खेले गए 11 मुकाबलों में 3 अर्धशतक और एक शतक के साथ 465 रन बना चुके हैं। बेंगलुरु के गेंदबाज डीकॉक को रोकने में विफल रहे। डीकॉक ने केएल राहुल 20 और देवदत्त 6 की जल्द विकेट गिरने के बाद भी 8 चौके और 5 छक्कों की मदद से 81 रन बनाए और स्कोर 181 तक पहुंचाने में मदद की।
पूरन के 5 छक्कों ने दिलाई लीड
बेंगलुरु ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 153 रन बनाए। वह जीत से महज 28 रन पीछे रह गए। लखनऊ के लिए निकोल्स पूरन के बनाए गए यही रन टीम को फायदा दे गए। पूरन ने आखिरी 2 ओवरों में 5 छक्के लगाकर स्कोर 180 पार लगाया था। इसने सधी हुई पिच पर बेंगलुरु के सामने कठिन लक्ष्य खड़ा कर दिया।
डुप्लेसिस-मैक्सवेल का नाकाम होना
बेंगलुरु के लिए सबसे बड़ी समस्या कप्तान फाफ डु प्लेसिस और ग्लेन मैक्सवेल का लगातार नाकाम रहना भी है। डुप्लेसिस ने सीजन में चेन्नई के खिलाफ 35, पंजाब के खिलाफ 3, कोलकाता के खिलाफ 8 तो अब लखनऊ के खिलाफ 19 रन ही बनाए। इसी तरह ग्लेन मैक्सवेल चेन्नई के खिलाफ 0, पंजाब के खिलाफ 3, कोलकाता के खिलाफ 28 तो अब लखनऊ के खिलाफ 0 रन ही बना पाए हैं, जोकि उनका प्रभावी प्रदर्शन नहीं है।
मयंक यादव की तूफानी गेंदबाजी
बेंगलुरु को लक्ष्य तक पहुंचने से रोकने में मयंक यादव की ज्यादा भूमिका रही। मयंक ने 4 ओवर में महज 14 रन देकर 3 विकेट लिए। उनकी रफ्तार के आगे रजत पाटीदार, मैक्सवेल और कैमरून ग्रीन घुटने टेक गए। मयंक ने इस दौरान सीजन की सबसे तेज गेंद (156.7 किलोमीटर प्रति घंटे) भी फैंकी। मयंक ने पंजाब के खिलाफ डैब्यू मुकाबले में भी 24 रन देकर 3 विकेट ली थीं।
मैच की बात करें तो चिन्नास्वामी स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने सीजन की दूसरी हार झेली। इससे पहले कोलकाता ने यहां रोमांचक जीत हासिल की थी। अब लखनऊ सुपर जायंट्स ने मंगलवार को एकतरफा मुकाबले में बेंगलुरु पर 28 रनों से जीत हासिल कर ली। लखनऊ ने खराब शुरूआत के बावजूद डीकॉक के 81 तो निकोल्स पूरन के 40 रनों की बदौलत 181 रन बनाए थे। जवाब में बेंगलुरु की शुरूआत जरूर सधी हुई रही लेकिन लखनऊ के तेज गेंदबाज मयंक यादव ने तीन विकेट निकालकर मैच का रुख अपनी टीम की ओर मोड़ दिया। बेंगलुरु की ओर से रजत पाटीदार ने 29 तो महिपाल लोमरोर ने सर्वाधिक 33 रन बनाए। बेंगलुरु यह मुकाबला गंवाकर अंक तालिका में 9वें नंबर पर बरकरार है तो वहीं, लखनऊ टॉप 5 में आ गई है।
दोनों टीमों की प्लेइंग 11
बेंगलुरु : विराट कोहली, फाफ डु प्लेसिस (कप्तान), कैमरून ग्रीन, ग्लेन मैक्सवेल, रजत पाटीदार, दिनेश कार्तिक, अनुज रावत (विकेटकीपर), रीस टॉपले, मयंक डागर, मोहम्मद सिराज, यश दयाल।
लखनऊ : क्विंटन डी कॉक (विकेटकीपर), केएल राहुल (कप्तान), देवदत्त पडिक्कल, मार्कस स्टोइनिस, निकोलस पूरन, आयुष बदोनी, क्रुणाल पंड्या, रवि बिश्नोई, यश ठाकुर, नवीन-उल-हक, मयंक यादव।