नई दिल्ली : रजत पाटीदार को 2025-26 घरेलू सीजन की शुरुआत से पहले मध्य प्रदेश की सभी फॉर्मेट की कप्तानी सौंपी गई है, जो रणजी ट्रॉफी के साथ 15 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। पाटीदार ने शुभम शर्मा की जगह ली है और यह जिम्मेदारी उन्हें एमपी के क्रिकेट निदेशक चंद्रकांत पंडित से मिली है।
समझा जा रहा है कि मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन पाटीदार की हालिया सफलताओं के बाद उनके लिए एक बड़ी भूमिका चाहता था। 32 वर्षीय पाटीदार को पिछले साल सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी के दौरान पहली बार कप्तान के रूप में आजमाया गया था जब उन्होंने पंडित से आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के साथ इसी तरह की संभावना पर बात की थी। उन्हें कप्तानी दी गई और उन्होंने एमपी को फाइनल तक पहुंचाया, जहां टीम मुंबई से हार गई थी।
पाटीदार ने इसके बाद RCB को उनका पहला IPL खिताब दिलाया और हाल ही में उन्होंने सेंट्रल जोन की कप्तानी करते हुए दलीप ट्रॉफ़ी में 2014-15 के बाद पहली बार टीम को चैंपियन बनाया। पिछले हफ़्ते पाटीदार ने ईरानी कप में एक मजबूत रेस्ट ऑफ इंडिया टीम की कप्तानी की जिसमें ईशान किशन, रुतुराज गायकवाड़ और अभिमन्यु ईश्वरन जैसे खिलाड़ी थे जो अपने राज्यों की कप्तानी करते हैं। हालांकि, टीम को विदर्भ के हाथों 93 रनों से हार झेलनी पड़ी।
पाटीदार का प्रदर्शन
पाटीदार ने 2024-25 रणजी सीजन में 11 पारियों में 48.09 की औसत से 529 रन बनाए, जिसमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल थे। यह उस सीजन में एमपी के लिए शुभम शर्मा के 943 रनों (औसत 104.77) के बाद दूसरे सबसे ज़्यादा रन थे। इस सीजन में भी पाटीदार शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने 7 पारियों में दो शतक और तीन अर्धशतक लगाए हैं। उनका एक शतक दलीप ट्रॉफी के फाइनल में आया जिसने सेंट्रल जोन को पहली पारी में बढ़त दिलाई और अंतत: साउथ जोन पर छह विकेट से जीत दर्ज करने में मदद की।
एमपी अपनी रणजी ट्रॉफ़ी मुहिम की शुरुआत पंजाब के ख़लिाफ इंदौर में घरेलू मैच से करेगी। रणजी सीजन दो चरणों में खेला जाएगा। पहला चरण 15 अक्टूबर से 19 नवंबर तक होगा जिसके बाद सफेद गेंद के टूर्नामेंट्स के लिए ब्रेक होगा। दूसरा चरण 22 जनवरी से 1 फरवरी तक चलेगा, जबकि नॉकआउट मुकाबले 6 से 28 फरवरी के बीच होंगे।