खेल डैस्क : 1896 में जब पहली बार मॉडर्न ओलिम्पिक खेलों की शुरूआत की गई तो इसमें महिलाओं को हिस्सेदारी देने का विचार किसी के मन में नहीं आया। चार साल बाद ही 1900 पेरिस ओलिम्पिक से ही नया इतिहास बनाया गया जब ओलिम्पिक गेम्स में महिला एथलीट्स की एंट्री हुई। अब 124 साल बाद यही पेरिस महिलाओं को लेकर नया इतिहास बना रहा है। पेरिस 2024 ऐसा पहला ओलिम्पिक बन गया है जिसमें पुरुष और महिला एथलीट्स की संख्या बराबर है। इस बराबरी तक पहुंचना महिला एथलीट्स के लिए इतना भी आसान नहीं रहा है। 1928 एम्स्टर्डम ओलिम्पिक में तो इनकी भागीदारी पर ही सवाल उठा दिए गए। माना गया कि शारीरिक कमजोरी के कारण महिलाएं बेहतर परफार्मेंस नहीं दे पातीं। इसके लिए लंबी दूरी दौड़, एथलैटिक स्पर्धाओं में प्रतिस्पर्धा करने से महिलाओं को प्रतिबंधित कर दिया गया था। यह प्रतिबंध किसी न किसी रूप में आगे बढ़ता रहा। लेकिन जल्द ही अंत हो गया। 1984 ओलिम्पिक में पहली बार महिला एथलीट्स की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि (23 फीसदी) देखी गई जोकि अब लगातार बढ़ रही है।
लंदन 2012 को 'महिला खेलों' के रूप में वर्णित किया गया था क्योंकि ओलिम्पिक में यह पहली बार था कि भाग लेने वाले प्रत्येक देश की टीमों में महिला एथलीट थीं। खेलों का आयोजन करने वाली अंतर्राष्ट्रीय ओलिम्पिक समिति (आई.ओ.सी.) के अध्यक्ष थॉमस बाख ने इस मील के पत्थर को 'ओलिम्पिक खेलों में महिलाओं के इतिहास में और समग्र रूप से खेल में सबसे महत्वपूर्ण क्षणों में से एक' बताया।
आई.ओ.सी. सदस्य नवल एल मुतावाकेल ने कहा कि ओलिम्पिक खेल एक दुर्लभ अवसर है जब महिला एथलीट अपने पुरुष समकक्षों की तरह ही सुर्खियां बटोर सकती हैं। हम जानते हैं कि ओलिम्पिक खेलों के प्रत्येक संस्करण में प्राइम टाइम अहम होता है। हमने ऐसा कार्यक्रम बनाया है जिसमें इस टाइम के दौरान पुरुष-महिलाओं की बराबर स्पर्धाएं हों।
15,000 एथलीट्स पेरिस में प्रतिस्पर्धा करेंगे, आई.ओ.सी. ने पुरुषों और महिलाओं का समान कोटा दिया
329 पदक प्रतियोगिताएं होंगी पेरिस में, महिलाओं के लिए 152 तो पुरुषों के लिए 157 और 20 मिक्स जैंडर
32 में से 28 प्रतियोगिताएं ऐसी हैं जिसमें पुरुष-महिला बराबर की संख्या में हिस्सा लेंगे
10 प्रतिशत महिला कोच नियुक्त होंगी पेरिस ओलिम्पिक में, आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा
ऐसे बढ़ती गई महिलाओं की हिस्सेदारी
0% : 1896 एथलैंस
2.0% : 1912 स्टॉकहोम
9.5% : 1932 लॉस एंजिलिस
11.3% : 1956 मेलबर्न
20.7% : 1976 मोंटीरियल
28.9% : 1992 बार्सीलोना
42.4% : 2008 बीजिंग
50% : 2024 पेरिस
ऐसे ओलिम्पिक में महिलाएं आगे बढ़ती गईं
पेरिस 1900 : पेरिस में 1900 का ओलिम्पिक महिलाओं को शामिल करने वाला पहला खेल था। आई.ओ.सी. के अनुसार, प्रतिस्पर्धा करने वाले 997 एथलीटों में से 22 महिलाएं थीं। तब टैनिस और गोल्फ में महिलाएं प्रतिस्पर्धा कर सकती थीं। इसके बाद नौकायन, क्रोकेट और घुड़सवारी भी शामिल कर दी गई। स्विस नाविक हेलेन डी पोर्टेल्स ओलिम्पिक में प्रतिस्पर्धा करने वाली पहली महिला है जिन्होंने ओलिम्पिक गोल्ड भी जीता। इसके बाद अंग्रेजी टैनिस खिलाड़ी चार्लोट कूपर ने व्यक्तिगत और मिश्रित युगल में मैडल जीते।
(हेलेन डी पोर्टेल्स : ओलिम्पिक में पदक जीतने वाली पहली महिला)
टोक्यो 1964 : सोवियत जिमनास्ट लारिसा लैटिनिना ओलिम्पिक इतिहास की सबसे सफल महिला एथलीट हैं। लारिसा ने 3 खेलों में हिस्सा लेकर 18 ओलिम्पिक पदक जीते। 2012 में अमेरिकी तैराक माइकल फेल्प्स ने उनका रिकॉर्ड तोड़ दिया लेकिन लारिसा अभी भी महिला कैटेगरी में सबसे आगे है।
(लारिसा लैटिनिना : ओलिम्पिक की सबसे सफल महिला एथलीट)
साल 1991 : एक नया नियम पेश किया गया जिसमें ओलिम्पिक मान्यता के लिए आवेदन करने वाले किसी भी खेल में महिलाओं की प्रतियोगिताएं शामिल होना अनिवार्य कर दिया गया।
एथैंस 2004 : अफगानिस्तान की महिलाओं ने इतिहास में पहली बार ओलिम्पिक में हिस्सा लिया।
लंदन 2012 : महिला मुक्केबाजी की ओलिम्पिक कार्यक्रम में एंट्री हुई। सऊदी अरब, कतर और ब्रुनेई जैसे देशों ने महिला एथलीटों को भेजा। यह पहला ऐसा ओलिम्पिक था जिसमें प्रत्येक देश से कम से कम एक महिला प्रतियोगी आई।
टोक्यो 2020 : आई.ओ.सी. ने राष्ट्रों को उद्घाटन समारोह के दौरान संयुक्त रूप से अपना झंडा ले जाने के लिए एक पुरुष और एक महिला का चयन करने के लिए प्रोत्साहित किया। 91% देशों ने ऐसा किया।
पेरिस 2024 : इतिहास में पहली बार महिलाओं को खेलों में पुरुषों के बराबर ही स्थान मिलेंगे।
अमेरिका के पास सबसे ज्यादा महिला एथलीट्स
पेरिस लगातार चौथा खेल है जिसमें अमरीका पुरुषों की तुलना में अधिक महिलाओं को भेजेगा। टीम में 278 पुरुषों की तुलना में 314 महिला एथलीट हैं। पिछले टोक्यो ओलिम्पिक में अमरीकी महिला एथलीट्स ने 66 पदक जीते थे। यह अमेरिकी पदक दल का 58.4% रहा। जीते गए 39 स्वर्ण में से 23 महिलाओं ने जीते थे। अमेरिका की वीनस और सेरेना विलियम्स के नाम भी यूनीक रिकॉर्ड दर्ज है। दोनों बहनों ने 2000, 2008 और 2012 में 3 बार ओलिम्पिक युगल प्रतियोगिता जीतने के लिए एक टीम के रूप में प्रतिस्पर्धा की और प्रत्येक ने अपना एकल खिताब जीता। वीनस ने 2000 में और सेरेना ने 2012 में स्वर्ण पदक जीता।
महिला की तरह दिखता पेरिस 2024 का लोगो
पेरिस ओलिम्पिक 2024 का लोगो तीन अलग-अलग प्रतीकों को जोड़ता है - स्वर्ण पदक, लौ और मैरिएन (फ्रांसीसी गणराज्य का प्रतीक)। इनमें से प्रत्येक प्रतीक हमारी पहचान और मूल्यों का एक हिस्सा दर्शाता है। यह इतिहास में पहली बार है कि ओलिम्पिक खेलों और पैरालिम्पिक खेलों दोनों के लिए एक ही लोगो का उपयोग किया गया है।
महिला एथलीट्स ने स्पांसर का भी ध्यान खीचा
पेरिस ओलिम्पिक से पहले आश्चर्यजनक रूप से 90% स्पांसर अभी भी पुरुषों के खेलों को जाते हैं। लेकिन अब 50 फीसदी भागीदारी के साथ महिला एथलीट्स ने भी स्पांसर का ध्यान खींचना शुरू कर दिया है। भले ही पुरुषों के पास स्पांसर ज्यादा हो लेकिन अभी भी महिलाओं के मुकाबले पुरुषों के मुकाबले ज्यादा देखे जाते हैं। यही बात स्पांसर को प्रभावित कर रही है। पेरिस ओलिम्पिक में महिलाओं की रिकॉर्ड संख्या ने अब स्पांसर को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। यह दर्शा रहा है कि महिलाओं के खेल में निवेश करना सिर्फ अच्छा व्यवसाय नहीं है - यह एक महान व्यवसाय है।