तोक्यो: भारतीय भाला फेंक सुपरस्टार नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) बुधवार को यहां क्वालीफिकेशन राउंड के साथ विश्व चैम्पियनशिप (World Championship) में अपने खिताब का बचाव करने का अभियान शुरू करेंगे जिसमें उन्हें पाकिस्तान के ओलंपिक स्वर्ण विजेता अरशद नदीम और जर्मनी के डायमंड लीग चैंपियन जूलियन वेबर की कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। चोपड़ा का लक्ष्य पुरुष भाला फेंक में विश्व चैंपियनशिप में अपने स्वर्ण पदक का बचाव करने वाला तीसरा खिलाड़ी बनना होगा।
नीरज चोपड़ा ने 2023 में बुडापेस्ट में आयोजित की गई पिछली विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। चेक गणराज्य के दिग्गज और वर्तमान में चोपड़ा के कोच जान जेलेंजी (1993, 1995) और ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स (2019, 2022) ने ही अब तक लगातार दो मौकों पर विश्व चैंपियनशिप का ताज जीता है। चोपड़ा 2024 पेरिस ओलंपिक के बाद पहली बार नदीम का सामना करेंगे जिससे उन्हें फ्रांस की राजधानी में दूसरे स्थान पर रहने का बदला लेने का मौका मिलेगा।
नदीम ने पेरिस में 92.97 मीटर के शानदार थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता था, जबकि चोपड़ा का उस दिन सर्वश्रेष्ठ थ्रो 89.45 मीटर था और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा था। चोपड़ा और नदीम का मुकाबला बुधवार को नहीं होगा क्योंकि दोनों प्रतिद्वंद्वियों को क्वालीफाइंग दौर में दो अलग-अलग ग्रुप में रखा गया है। गुरुवार को फाइनल में उनके आमने-सामने होने की उम्मीद है।
भारत के 27 वर्षीय खिलाड़ी के लिए स्वर्ण पदक जीतना आसान नहीं होगा लेकिन यह वही स्टेडियम है जहां उन्होंने 2021 में ओलंपिक स्वर्ण जीतकर इतिहास रचा था। चोपड़ा ने मई में दोहा डायमंड लीग में 90.23 मीटर थ्रो के साथ प्रतिष्ठित 90 मीटर का आंकड़ा पार किया था, लेकिन अन्य प्रतियोगिताओं में इस साल इस भारतीय सुपरस्टार ने कुछ औसत दूरी भी तय की है। वह दो प्रतियोगिताओं में 85 मीटर की दूरी पार करने में असफल रहे थे। इस वर्ष उनका दूसरा सर्वश्रेष्ठ थ्रो 88.16 मीटर था। फॉर्म के लिहाज़ से वेबर स्वर्ण पदक जीतने के प्रबल दावेदार हैं। इस 31 वर्षीय जर्मन खिलाड़ी ने इस साल तीन बार 90 मीटर से ज्यादा की दूरी तक भाला फेंका है। पिछले महीने डायमंड लीग ट्रॉफी जीतने के बाद वह आत्मविश्वास से भरे होंगे।