स्पोर्ट्स डेस्क : मोहम्मद शमी ने प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में शानदार वापसी की है। बंगाल के लिए चल रहे 2024-25 सत्र के अपने पहले रणजी ट्रॉफी मैच में 34 वर्षीय पेसर ने इंदौर के होलकर स्टेडियम में मध्य प्रदेश के खिलाफ पहली पारी में 19 ओवर फेंके और 54 रन देकर 4 विकेट लिए। वापसी मैच में शमी के प्रदर्शन से प्रभावित होकर उनके बचपन के कोच मोहम्मद बदरुद्दीन ने कहा कि उन्हें कभी ऐसा नहीं लगा कि शमी एक साल बाद गेंदबाजी कर रहे हैं।
बदरुद्दीन ने एक मीडिया हाउस से बातचीत में कहा, 'मैंने उनकी गेंदबाजी क्लिप देखी, और ऐसा नहीं लगा कि वह एक साल बाद गेंदबाजी कर रहे हैं। आप कलाकार से कला नहीं छीन सकते। उन्होंने इस पल का बहुत धैर्यपूर्वक इंतजार किया है।' 34 वर्षीय तेज गेंदबाज को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आगामी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए चुनी गई भारत की 18 सदस्यीय टीम में शामिल नहीं किया गया। लेकिन बदरुद्दीन के अनुसार उन्हें उम्मीद है कि शमी ऑस्ट्रेलिया जाएंगे और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे हाफ में खेलेंगे।
उन्होंने कहा, 'वह एडिलेड (दूसरे) टेस्ट के बाद भारतीय टीम से जुड़ेंगे। अब जब वह वापस आ गया है, अपनी फिटनेस साबित कर चुका है और विकेट चटका चुका है, तो वह दौरे के दूसरे भाग में टीम के लिए महत्वपूर्ण होगा।' बदरुद्दीन ने कहा कि चूंकि शमी ने केवल एक रणजी ट्रॉफी मैच खेला है, इसलिए वह कुछ और खेल खेलने के लिए बंगाल के लिए आगामी सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी में भी कुछ मैच खेल सकता है। उन्होंने कहा, 'वह सैयद मुश्ताक अली में खेलना चाहता है, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि भारतीय टीम प्रबंधन क्या चाहता है। उसे अपनी फिटनेस साबित करने के लिए कहा गया था, और अपने 19 ओवर के स्पेल में उसने दिखाया कि वह जंग खाए हुए नहीं है। शमी एक लय में गेंदबाजी कर रहा है, वह जितनी अधिक गेंदबाजी करेगा, उतना ही बेहतर होगा। लेकिन यह सब प्रबंधन से उसे मिले दिशा-निर्देशों पर निर्भर करता है।'