खेल डैस्क : आईसीसी विश्व कप 2023 में शानदार भूमिका निभाने के बाद भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) फिलहाल चोट के चलते इंगलैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज से बाहर हैं। इसी दौरान शमी ने एक कार्यक्रम में अपनी गेंदबाजी और रणनीति पर बात की है। शमी ने भारत के मजबूत गेंदबाजी आक्रमण की जीत का श्रेय 2013 और 2014 में रखी गई जमीनी तैयारी को दिया। उन्होंने भुवनेश्वर कुमार, इशांत शर्मा और उमेश यादव जैसे खिलाड़ियों द्वारा शुरू की गई यात्रा की बात की जिसके बाद जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने इसे आगे बढ़ाया।
शमी ने कहा कि इस बार विश्व कप में हमारे पास केवल 3 तेज गेंदबाज थे, जो हमें आश्वस्त करता है कि हमने आगामी गेंदबाजों के लिए एक मानक स्थापित किया है। इशांत शर्मा और उमेश यादव जैसे प्रमुख तेज गेंदबाजों के योगदान को स्वीकार करते हुए, शमी ने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय तेज आक्रमण एक मजबूत ताकत के रूप में विकसित हुआ है। उन्होंने कहा कि भुवनेश्वर कुमार, इशांत शर्मा और उमेश यादव ने नींव रखी, उसके बाद जसप्रीत बुमराह और बाद में मोहम्मद सिराज का प्रवेश हुआ। इस तरह, टीम अपने दम पर एक बेंचमार्क स्थापित करने में सक्षम रही।
शमी ने घरेलू धरती पर भारतीय गेंदबाजों के सफल होने पर कहा कि पिछले 6-8 वर्षों के रिकॉर्ड की जांच करने से पता चलता है कि भारतीय क्रिकेट टीम ने अपनी घरेलू धरती पर किसी भी विरोध का आत्मविश्वास से सामना किया है। इससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ा, जिससे हमें टीम के भीतर विश्वास को बढ़ावा मिला, यह विश्वास 2024 तक कायम रहेगा। जो लोग मुख्य रूप से बल्लेबाजी के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के प्रशंसक थे, वे अब हमारे लिए भी जयकार करते हैं। इससे बड़ी कोई खुशी नहीं है।
बता दें कि शमी दक्षिण अफ्रीका दौरे के बाद अफगानिस्तान के खिलाफ टी20ई सीरीज में खेल नहीं पाए थे। इंग्लैंड के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज के पहले दो मुकाबलों में वह टीम में नहीं थे। उम्मीद थी कि वह आगामी तीन टेस्ट के लिए वापसी करेंगे लेकिन अभी तक उनकी चोट पर कोई अपडेट नहीं आया है। तो ऐसे में भारतीय टीम अभी उनके बगैर ही दिख सकती है। शमी अब अपनी आगामी आईपीएल के दौरान ही सक्रिय दिखेंगे।