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स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन ने सिडनी में खेले गए ऑस्ट्रेलियन ओपन सुपर 500 टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए 475,000 लाख डॉलर की इनामी राशि वाले पुरुष एकल खिताब को अपने नाम कर लिया। जापान के युशी तनाका पर सीधे गेमों में मिली यह निर्णायक जीत न सिर्फ इस सीजन की उनकी पहली बड़ी सफलता है, बल्कि इंटरनेशनल सर्किट पर लंबे समय से झेल रहे उतार-चढ़ाव का प्रभावी अंत भी है। पेरिस ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहने के बाद लक्ष्य फॉर्म और लय दोनों से जूझ रहे थे, लेकिन इस खिताब ने उनकी वापसी की राह को मजबूती से फिर से रोशन कर दिया है। 

तनाका पर दबदबे वाली जीत से लक्ष्य का शानदार कमबैक

24 वर्षीय लक्ष्य सेन ने जापान के 26 वर्षीय युशी तनाका को फाइनल में 38 मिनट में 21-15, 21-11 से हराकर टूर्नामेंट पर कब्ज़ा जमाया। जीत के बाद उनका कानों में उंगलियां डालकर किया गया जश्न बता रहा था कि यह खिताब उनके लिए कितना मायने रखता है। इस जीत के साथ लक्ष्य ने लगभग दो साल बाद सुपर 500 स्तर पर ट्रॉफी हासिल की है। इससे पहले उन्होंने 2024 में लखनऊ में सैयद मोदी इंटरनेशनल (सुपर 300) जीता था। हालांकि कनाडा ओपन के बाद से वह किसी बड़े टूर्नामेंट में शीर्ष पर नहीं पहुंच पाए थे।

भारतीय बैडमिंटन के लिए बड़ा मोमेंट

इस सीज़न में BWF वर्ल्ड टूर जीतने वाले लक्ष्य सेन केवल दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने हैं। इससे पहले आयुष शेट्टी ने यूएस ओपन सुपर 300 में अपना पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय खिताब जीता था। सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी भी इस साल कई फाइनल तक पहुंचे, जबकि किदांबी श्रीकांत मलेशिया मास्टर्स में उपविजेता रहे थे। ऐसे में लक्ष्य की यह जीत भारतीय बैडमिंटन के लिए नई ऊर्जा लेकर आई है।

फाइनल में रणनीति और नियंत्रण का बेहतरीन नमूना

फाइनल की शुरुआत से ही लक्ष्य ने आक्रामक और संयमित खेल का संतुलन बनाए रखा। 6-3 की शुरुआती बढ़त के बाद उन्होंने तनाका की लगातार गलतियों का फायदा उठाया। तनाका के नेट पर चूके शॉट, वाइड प्लेसमेंट और ओवरलिफ्ट की वजह से लक्ष्य ने इंटरवल तक तीन अंकों की बढ़त बनाए रखने में कामयाबी हासिल की। स्टेडियम में गूंजते “लक्ष्य! लक्ष्य!” के नारों ने उन्हें अतिरिक्त ऊर्जा दी। उन्होंने शटल को फ्लैट, डीप और मुश्किल एंगल पर खेल कर तनाका को रैलियों में बांधे रखा, जिससे जापानी खिलाड़ी अपने प्रसिद्ध स्मैश लगाने के लिए पोजिशन ही नहीं बना पाए।

दूसरे गेम में पूरी तरह छा गए लक्ष्य

दूसरे गेम में लक्ष्य ने अपना स्तर और ऊपर उठाया। तेज़ रिएक्शन, धारदार ड्राइव और लगातार दबाव ने तनाका को बैकफुट पर कर दिया।

इंटरवल तक लक्ष्य 11-5 से आगे
बैकलाइन जजमेंट बेहतरीन
तनाका की लगातार अनफोर्स्ड एरर्स
क्रॉस-कोर्ट और बैकहैंड विनर्स ने रफ्तार बनाए रखी
स्कोर 17-8 होने के बाद मैच लगभग लक्ष्य की मुट्ठी में था। आखिर में एक तेज़ क्रॉस-कोर्ट रिटर्न ने उन्हें चैंपियन बना दिया।

लक्ष्य सेन की उपलब्धि का महत्व

फॉर्म में गिरावट के बाद दमदार वापसी
इंटरनेशनल सर्किट पर लंबा सूखा खत्म
लगातार कठिन विरोधियों के खिलाफ बिना गेम गंवाए खिताब जीता
कॉमनवेल्थ गेम्स चैंपियन के तौर पर अपने स्तर की पुष्टि की