खेल डैस्क : कोलकाता नाइट राइडर्स की क्वालिफायर 1 में सनराइजर्स हैदराबाद के ऊपर जीत की एक वजह मध्यक्रम बल्लेबाज वेंकटेश अय्यर भी रहे। कोलकाता जब लक्ष्य का पीछा करने उतरी थी तो नरेन और गुरबाज ने टीम को अच्छी शुरूआत दी थी। वेंकटेश ने तीसरे नंबर पर आकर पारी को संभाला और अर्धशतक लगातार अपनी टीम को जीत दिला दी। वेंकटेश शुरूआत से ही आईपीएल प्लेऑफ के सबसे बढ़िया प्लेयरों में से एक रहे हैं। उन्होंने अब प्लेऑफ में चार मैच खेले हैं जिसमें तीन में वह अर्धशतक लगाने में सफल रहे हैं यानी महत्वपूर्ण मुकाबलों में वह अपनी टीम के लिए हरसंभव प्रयास करते हैं और बड़े प्लेयर साबित होते हैं। देखें आंकड़े-
प्लेऑफ में वेंकटेश अय्यर का स्कोर
26 (30) बनाम बेंगलुरु, शारजाह, 2021
55 (41) बनाम दिल्ली, शारजाह, 2021
50 (32) बनाम चेन्नई, दुबई, 2021
51* (28) बनाम हैदराबाद, अहमदाबाद, 2024
वहीं, प्लेऑफ मुकाबलों में अच्छी बल्लेबाजी का रिकॉर्ड रखने वाले वेंकटेश अय्यर ने कहा कि जिस आत्मविश्वास से मैं वास्तव में बाहर जाकर बल्लेबाजी करना चाहता था। यह बिल्कुल वही था जोकि 11 तारीख को खेले गए मुकाबले में चाहिए था। हम सभी बाहर जाने और अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए उत्सुक थे। आज विकेट वास्तव में अच्छा था। इस तरह के टूर्नामेंट में, गति वास्तव में महत्वपूर्ण है। हमने आरसीबी को अपने मैच जीतते हुए और गति हासिल करते हुए देखा है। हम भी वह गति चाहते थे। उस दिन (बनाम आरसीबी) हम चाहते थे कि बारिश रुक जाए लेकिन हमारे हाथ निराशा लगी।
वेंकटेश ने कहा कि हम टेबल टॉपर थे और हमें प्रबंधन से काफी समर्थन मिला। हमारे जैसे खिलाड़ियों के लिए आईपीएल फाइनल में खेलना हमेशा खास होता है, हमारे लिए यह एक स्वप्निल क्षण है, चेन्नई जाना और इसका इंतजार करना। हम वहां जाने के लिए उतावले थे। हमारे पास गति है तो ऐसे में वह वास्तव में वहां जाना चाहते थे। आपने रिंकू को हॉट स्पॉट पर फील्डिंग करते और कैच लेते हुए देखा, यह वह उत्साह है जो हमें वहां जाकर प्रदर्शन करना है।
चौथी बार फाइनल में पहुंची कोलकाता
कोलकाता नाइट राइडर्स चौथी बार आईपीएल फाइनल में पहुंची है। उन्होंने आरसीबी का रिकॉर्ड तोड़ा जोकि 3 बार फाइनल में पहुंची है। इस लिस्ट में चेन्नई सुपर किंग्स पहले नंबर पर है जोकि 10 बार फाइनल में पहुंची है। मुंबई भी 6 बार फाइनल खेल चुकी है। कोलकाता ने पहला फाइनल साल 2009 में खेला था जहां उन्हें डेक्कन चार्जर्स के हाथों हाथ झेलनी पड़ी थी। इसके बाद गौतम गंभीर के नेतृत्व में टीम ने 2012 और 2014 में जीत हासिल की थी।
ऐसा रहा मुकाबला
हैदराबाद की शुरूआत खराब रही थी। उन्होंने 39 रन पर 4 विकेट गंवा दिए थे। लेकिन इसके बाद राहुल त्रिपाठी ने 55, क्लासेन ने 32 तो पैट कमिंस ने 30 रन बनाकर स्कोर 159 रन तक पहुंचा दिया। कोलकाता के सामने यह लक्ष्य छोटा रहा। ओपनर गुरबाज ने 23 और नरेन ने 21 रन बनाकर टीम को अच्छी शुरूआत दी। इसके बाद वेंकटेश अय्यर ने 51 तो कप्तान श्रेयस अय्यर ने 58 रन बनाकर टीम को 8 विकेट से जीत दिला दी।
दोनों टीमों की प्लेइंग 11
कोलकाता नाइट राइडर्स : रहमानुल्लाह गुरबाज (विकेटकीपर), सुनील नरेन, वेंकटेश अय्यर, श्रेयस अय्यर (कप्तान), रिंकू सिंह, आंद्रे रसेल, रमनदीप सिंह, मिशेल स्टार्क, वैभव अरोड़ा, हर्षित राणा, वरुण चक्रवर्ती।
सनराइजर्स हैदराबाद : ट्रैविस हेड, अभिषेक शर्मा, राहुल त्रिपाठी, नितीश रेड्डी, हेनरिक क्लासेन (विकेटकीपर), अब्दुल समद, शाहबाज अहमद, पैट कमिंस (कप्तान), भुवनेश्वर कुमार, विजयकांत व्यासकांत, टी नटराजन।