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सिडनी : उस्मान ख़्वाजा ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे एशेज टेस्ट मैच में दोनों पारियों में शतक बनाने की अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल कर ली है। ख्वाजा का 2015 से यह 10वां टेस्ट शतक है, जबकि इस दौरान वह ऑस्ट्रेलिया द्वारा खेले गए लगभग आधे टेस्ट मैचों से बाहर रहे हैं। ख्वाजा किसी एशेज टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक बनाने वाले सिर्फ नौवें बल्लेबाज़ हैं। इससे पहले स्टीव स्मिथ ने 2019 के बर्मिंघम एशेज टेस्ट में दोनों पारियों में शतक लगाया था। ख़्वाजा का यह 2015 से 10वां टेस्ट शतक है। 

ऑस्ट्रेलिया के 66 में से 30 मैचों का हिस्सा नहीं होने के बावजूद वह पिछले छह साल में 10 शतक लगाने वाले दुनिया के शीर्ष बल्लेबाज़ों में शामिल हो गए हैं। सिडनी में दोनों पारियों में शतक लगाने से पहले ख्वाजा को ऑस्ट्रेलिया के लिए लगातार 14 टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला था। सिर्फ दो बल्लेबाज़ों ने इससे पहले सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में दोनों पारियों में शतक लगाया था। डग वॉल्टर्स ने 1969 में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ और रिकी पोंटिंग ने 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ऐसा किया था। संयोग से यह रिकी पोंटिंग का 100वां टेस्ट मैच भी था। 

सिर्फ नौ ही बल्लेबाज़ हैं, जिन्होंने नंबर पांच या उससे नीचे बल्लेबाज़ी पर आते हुए टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक लगाया है। एशेज में इससे पहले ऐसा सिर्फ डेनिस कॉम्पटन (ऐडिलेड, 1947) और स्टीव वॉ (मैनचेस्टर, 1997) ने किया था। ख़्वाजा (35 साल 18 दिन) से अधिक उम्र के सिर्फ एक बल्लेबाज़ ऐसे हैं, जिनके नाम ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट क्रिकेट की दोनों पारियों में शतक का रिकॉर्ड है। वह बल्लेबाज़ और कोई नहीं बल्कि महानतम सर डॉन ब्रैडमेन हैं, जिन्होंने 1948 में भारत के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट में 132 और 127* का स्कोर बना था। ख़्वाजा अब किसी एशेज टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं।

ख्वाजा ने कैमरन ग्रीन के साथ 179 रन की साझेदारी की, जो 100 रन के भीतर चार विकेट गिरने के बाद पांचवें विकेट के लिए एशेज की दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। इससे पहले मैथ्यू एलियट और पोंटिंग ने 1997 के हेडिंग्ली टेस्ट में 50 रन पर चार विकेट गरने के बाद 268 रन जोड़े थे। ख्वाजा -ग्रीन की यह साझेदारी वर्तमान एशेज की अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी भी है। स्मिथ को एशेज में 3000 रन पूरा करने के लिए 54 पारियां लगी। उनसे जल्दी ब्रैडमेन ने ऐसा सिर्फ 38 पारियों में ही किया था। किसी एक ही विपक्षी के ख़लिाफ़ 3000 से अधिक रन बनाने वाले स्मिथ सिर्फ आठवें खिलाड़ी हैं, वहीं इंग्लैंड के खिलाफ ऐसा करने वाले वह पांचवें बल्लेबाज़ हैं।