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नई दिल्ली : तमिलनाडु सोमवार को यहां सैयद मुश्ताक अली ट्राफी टी20 क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में अपने खिताब का बचाव करने उतरेगी जिसके लिये उसे आत्मविश्वास से भरी कर्नाटक की चुनौती से निपटना होगा। इस साल का फाइनल 2019 सैयद मुश्ताक अली फाइनल की तरह होगा जिसमें कर्नाटक ने रोमांचक मुकाबले में तमिलनाडु को महज एक रन से हराया था। वहीं विलंब के बाद इस साल के शुरू में आयोजित हुए 2020-21 चरण के फाइनल में तमिलनाडु ने बड़ौदा को हराकर ट्राफी जीती थी। 

तमिलनाडु की टीम अब सोमवार को अरूण जेटली स्टेडियम में 2019 फाइनल में मिली हार का बदला चुकता कर अपने खिताब का बचाव करना चाहेगी जबकि कर्नाटक की टीम भी तीसरी ट्रॉफी जीतने की उम्मीद लगाए होगी। और इसके लिए उनके सलामी बल्लेबाज रोहन कदम को फिर से एक बड़ी पारी खेलनी होगी जैसी उन्होने विदर्भ के खिलाफ सेमीफाइनल में खेली थी। कदम और कप्तान मनीष पांडे तमिलनाडु के मजबूत गेंदबाजी आक्रमण को कमजोर साबित कर अपनी टीम को तेज शुरूआत कराना चाहेंगे। 

टीम अपने मध्यक्रम के भी चलने की उम्मीद करेंगी जिसमें खिलाड़ियों का प्रदर्शन अनिरंतर रहा है। करूण नायर रन नहीं जुटा पा रहे और वह अपनी मौजूदगी दर्ज कराना चाहेंगे। फार्म में चल रहे अभिनव मनोहर, अनिरूद्ध जोशी और बीआर शरत को शीर्ष क्रम के सहयोग की जरूरत होगी। हालांकि कर्नाटक को अपने गेंदबाजी आक्रमण की ज्यादा चिंता होगी विशेषकर विद्याधर पाटिल (अभी तक चार विकेट), वी व्यशाक (सात विकेट) और एम बी दर्शन (छह विकेट) वाली तेज गेंदबाजी इकाई की। यह तिकड़ी हालांकि इतनी अनुभवी नहीं है लेकिन मुश्किल परिस्थितियों में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है और टीम को फाइनल तक ले आये हैं। अब उन्हें तमिलनाडु की मजबूत बल्लेबाजी इकाई के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। 

कर्नाटक को के गौतम (सात विकेट) की कमी खलेगी जिन्हें भारत ‘ए' टीम के लिए चुना गया है। केसी करियप्पा (10 विकेट) और जे सुचित (छह विकेट) की स्पिन जोड़ी टीम की संभावनाओं के लिए अहम होगी और उनके आठ ओवरों का नतीजे पर असर पड़ सकता है। वहीं तमिलनाडु की टीम टूर्नामेंट में अच्छी फार्म में है। पूरी टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा है जिसमें विभिन्न खिलाड़ियों ने विभिन्न चरण में योगदान दिया है। फिर भी काफी कुछ एन जगदीशन (163 रन, एक अर्धशतक) और सी हरि निशांत (177 रन) की जोड़ी द्वारा करायी गई शुरूआत पर निर्भर करेगा और बी साई सुदर्शन (173 रन) किस तरह इस शुरूआत को आगे बढ़ाते हैं। 

कप्तान विजय शंकर टीम के सर्वाधिक रन जुटाने वाले खिलाड़ी हैं, उनके नाम 181 रन (पांच मैचों में एक अर्धशतक, 14 चौके और आठ छक्के) हैं। वह अपनी बल्लेबाजी के बूते मैच का रूख बदल सकते हैं और वह टीम को खिताब बरकरार रखने में मदद के लिये बड़ी पारी खेलना चाहेंगे। साथ ही एम शाहरूख खान की ‘पावरहिटिंग' भी टीम के लिये मददगार रही है और अगर शीर्ष क्रम विफल होता है तो उनके प्रदर्शन पर सभी की निगाहें लगी होंगी। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज टी नटराजन चोट के कारण पिछले दो मैच नहीं खेल पाये थे, टीम उनकी उपलब्धता की उम्मीद करेगी। 

संदीप वारियर और पी सरवन कुमार (सेमीफाइनल में पांच विकेट) ने अभी तक अच्छा काम किया है जबकि स्पिनर आर साई किशोर, एम अश्विन और आर संजय यादव शानदार रहे हैं जिन्होंने रन रोकने के अलावा विकेट भी झटके हैं। तमिलनाडु और कर्नाटक ने पहले भी कई दिलचस्प मुकाबले खेले हैं और सोमवार का फाइनल भी इस सूची में शामिल होगा। विजय शंकर की टीम इस बात से वाकिफ होगी टीम ने टूर्नामेंट में इस प्रतिद्वंद्वी टीम पर जीत 2017 में दर्ज की थी। मैच दोपहर में शुरू होगा।