जोधपुर : इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज इयान बेल का मानना है कि जो रूट अगर सचिन तेंदुलकर के 15,921 रन के टेस्ट रिकॉर्ड को नहीं तोड़ पाते हैं तो भी वह टेस्ट क्रिकेट में उनके देश के सर्वकालिक महान बल्लेबाज बन जाएंगे। रूट हाल ही में श्रीलंका के दिग्गज बल्लेबाज कुमार संगकारा को पीछे छोड़ते हुए सबसे लंबे प्रारूप में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में छठे स्थान पर पहुंच गए थे।
बेल ने लीजेंड्स लीग क्रिकेट के अवसर पर कहा, ‘रूट ने पिछले 12 महीनों अविश्वसनीय रूप से शानदार प्रदर्शन किया है। मुझे नहीं लगता कि वह भविष्य के बारे में बहुत कुछ सोच रहा है। वह उसी क्षण में जी रहा है जैसे हम जी रहे हैं।' उन्होंने कहा, ‘सचिन जैसे महानतम खिलाड़ी के करीब पहुंचना भी बड़ी उपलब्धि है। सचिन खेल का वास्तव में महान खिलाड़ी है जिनको खेलते हुए देखकर हम बड़े हुए हैं। वह केवल भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के ही नहीं बल्कि दुनिया भर के लोगों के लिए नायक हैं।'
इंग्लैंड की तरफ से 118 टेस्ट मैच खेलने वाले 42 वर्षीय बेल ने अपने पूर्व साथी के बारे में कहा, ‘यह सोचना भी बड़ी उपलब्धि है कि रूट सचिन के करीब पहुंच सकता है। वह सचिन का रिकॉर्ड तोड़ पाए हैं या नहीं, इसमें कोई संदेह नहीं कि वह इंग्लैंड के सर्वकालिक महान बल्लेबाज के रूप में जाने जाएंगे।' रूट अभी 33 वर्ष के हैं और उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 12402 रन बनाए हैं। इस तरह से वह तेंदुलकर के रिकॉर्ड से अभी 3519 रन पीछे हैं। बेल को लगता है कि इंग्लैंड के बहुचर्चित बैज़बॉल दृष्टिकोण ने मौजूदा खिलाड़ियों की प्रतिभा को उजागर किया है।
उन्होंने कहा, ‘एक प्रशंसक के तौर पर आपको परिणामों को देखना होगा। जब से ब्रेंडन (मैकुलम) इंग्लैंड की टीम में आए हैं और (बेन) स्टोक्स ने कमान संभाली है, टीम ने अच्छे परिणाम हासिल किए हैं। वे जैक क्रॉली, ओली पोप, हैरी ब्रुक जैसे युवा खिलाड़ियों से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाने में सफल रहे हैं।'
इंग्लैंड विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के पहले दो चक्र में फाइनल में पहुंचने के दावेदारों में शामिल नहीं रहा और बेल का मानना है कि अगले चक्र में घरेलू श्रृंखलाओं में जीत दर्ज करना महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा,‘‘मुझे पूरा यकीन है कि उनकी नजर अगले 12 महीनों पर है, जिसमें उन्हें भारत के खिलाफ घरेलू मैदान पर पांच टेस्ट मैच खेलने हैं, जो एक बड़ी चुनौती होगी।' बेल ने कहा, ‘भारत अभी दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम है और उसके बाद इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है। इंग्लैंड की टीम के लिए यह 10 टेस्ट मैच बेहद महत्वपूर्ण होंगे और वे इसके लिए खुद को तैयार कर रहे हैं।'