खेल डैस्क : भारत के पूर्व बाएं हाथ के तेज गेंदबाज करसन घावरी को लगता है कि भारत के अनुभवहीन गेंदबाज बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान ऑस्ट्रेलिया में संघर्ष करेंगे। उन्होंने फिटनेस समस्याओं के कारण मोहम्मद शमी की अनुपस्थिति को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि भारत केवल जसप्रीत बुमराह पर निर्भर नहीं रह सकता। रोहित शर्मा की अगुवाई वाला भारत 22 नवंबर से 7 जनवरी तक ऑस्ट्रेलिया में 5 टेस्ट खेलेगा। मेहमान टीम के तेज गेंदबाजी आक्रमण का नेतृत्व बुमराह करेंगे, जबकि मोहम्मद सिराज दूसरे तेज गेंदबाज होंगे। शमी टीम में नहीं है तो ऐसे में उनकी जगह पर प्रसिद्ध कृष्णा, हर्षित राणा और आकाश दीप में से किसी को मौका मिला सकता है। तीनों के पास इतना अनुभव नहीं है।
घावरी ने टीम इंडिया के तेज गेंदबाजी आक्रमण में अनुभव की कमी पर चिंता व्यक्त की और कहा कि नए खिलाड़ियों के लिए ऑस्ट्रेलिया में कठिन समय हो सकता है। घावरी ने कहा कि नए गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया में संघर्ष करेंगे। उनके लिए उन परिस्थितियों में गेंदबाजी करना बहुत मुश्किल होगा। शमी की मौजूदगी बुमराह के लिए फायदा देती है। दुर्भाग्य से, वह वहां नहीं है। भारत केवल बुमराह पर निर्भर नहीं रह सकता है। मोहम्मद सिराज वहां है और उसके पास कुछ अनुभव है, लेकिन 2 नए तेज गेंदबाजों को लाना आदर्श नहीं है।
73 वर्षीय ने स्वीकार किया कि टेस्ट श्रृंखला के दौरान बुमराह काफी दबाव में होंगे और उन्हें सिराज से काफी समर्थन की आवश्यकता होगी। घावरी ने कहा कि हां, बुमराह पर काफी दबाव होगा। वह काफी दबाव में होंगे, जैसा कि सिराज पर होगा। बुमराह और सिराज को नई गेंद से काफी बोझ उठाना होगा। आप तीसरे तेज गेंदबाज से यह उम्मीद नहीं कर सकते कि वह अनुभवी लोगों की तरह प्रदर्शन करें। अगर वे तीन तेज गेंदबाजों को खिलाते हैं, तो आप अनिश्चित हैं कि तीसरा कैसा प्रदर्शन करेगा, इसलिए बुमराह और सिराज को निश्चित रूप से बहुत काम करना होगा।
भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा 22 नवंबर को पर्थ में पहले टेस्ट से शुरू होगा। इसके बाद के मैच एडिलेड, ब्रिस्बेन, मेलबर्न और सिडनी में खेले जाएंगे।