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खेल डैस्क : इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) गवर्निंग काउंसिल ने आईपीएल 2025 के शेष चरण के लिए ‘अस्थायी प्रतिस्थापन’ नियम लागू करने का फैसला किया है। सभी दस फ्रेंचाइजी को सीजन के अंत तक अस्थायी प्रतिस्थापन खिलाड़ियों को शामिल करने की अनुमति होगी, लेकिन ये खिलाड़ी 2026 के लिए रिटेंशन के पात्र नहीं होंगे। यह निर्णय भारत-पाकिस्तान सीमा तनाव के कारण एक सप्ताह के निलंबन के बाद लिया गया, जिसके चलते लीग 17 मई से फिर शुरू होगी और 3 जून को समाप्त होगी।

निलंबन के कारण आईपीएल का शेड्यूल अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर से टकरा गया, जिससे जेक फ्रेजर-मैकगर्क और जेमी ओवरटन जैसे विदेशी खिलाड़ी अनुपलब्ध हो गए। कई फ्रेंचाइजी के पास बैकअप खिलाड़ी नहीं हैं, जिसके चलते नियम में बदलाव जरूरी हो गया। मूल नियम के अनुसार, टीमें चोट या बीमारी के मामले में 12वें मैच तक प्रतिस्थापन शामिल कर सकती थीं, लेकिन असाधारण परिस्थितियों के कारण गवर्निंग काउंसिल ने नियमों में ढील दी।

 

काउंसिल ने फ्रेंचाइजी को सूचित किया कि अस्थायी प्रतिस्थापन खिलाड़ी राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं, व्यक्तिगत कारणों या चोट के चलते अनुपलब्ध खिलाड़ियों की जगह ले सकते हैं। हालांकि, ये खिलाड़ी 2026 की नीलामी में पंजीकरण करना होगा और रिटेंशन के लिए पात्र नहीं होंगे। निलंबन से पहले शामिल प्रतिस्थापन खिलाड़ी रिटेंशन के लिए योग्य रहेंगे।

शेष 13 ग्रुप स्टेज मैच बेंगलुरू, जयपुर, दिल्ली, लखनऊ, मुंबई और अहमदाबाद में होंगे, लेकिन चार प्लेऑफ और 3 जून के फाइनल के स्थानों की घोषणा बाकी है। निलंबन ने बीसीसीआई को शेड्यूल बढ़ाने के लिए मजबूर किया, जिससे फ्रेंचाइजी के लिए खिलाड़ियों की उपलब्धता चुनौती बन गई है।


यह नियम फ्रेंचाइजी को लचीलापन प्रदान करेगा, खासकर उन टीमों को जो विदेशी खिलाड़ियों की अनुपस्थिति से जूझ रही हैं। हालांकि, अस्थायी प्रतिस्थापन का सीमित प्रभाव हो सकता है, क्योंकि टीमें लंबे समय तक रणनीति बनाने के लिए इन खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं कर सकेंगी। यह कदम आईपीएल 2025 को सुचारू रूप से पूरा करने और प्रतिस्पर्धा का स्तर बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है।