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स्पोर्ट्स डेस्क: भारत के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह का मानना है कि मौजूदा भारीतय टीम में आईसीसी खिताब जीतने के लिए जरूरी निडरता की कमी है और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरना, यह फैसला कुछ ज्यादा था। साल 2013 में अपनी आखिरी आईसीसी ट्रॉफी जीतने के बाद भारत के पास अब विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का मौका है, लेकिन भारतीय टीम टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले के पहले दो दिन काफी पीछे दिखाई दी।

ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में 469 के जवाब में भारत दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 5 विकेट के नुकसान पर 151 रन ही बना पाया। हरभजन का मानना है कि भारतीय टीम में कोई कमी नहीं हैं, लेकिन भारत को बड़े मुकाबलों में निडर होकर खेलने की जरूरत है।

हरभजन ने कहा, " भारतीय टीम में कुछ भी कमी नहीं है (कौशल के मामले में)। जितना अधिक आप बड़े खेल खेलते हैं उतना बेहतर आप प्राप्त करते हैं। मुझे लगता है कि आपको इन बड़े खेलों में अधिक स्वतंत्र रूप से खेलने की आवश्यकता है। मुझे लगता है कि हम थोड़े बहुत तंग हो गए हैं। अधिक स्वतंत्र रूप से खेलें और परिणामों के बारे में न सोचें।"

उन्होंने कहा, "जितना अधिक आप खिलाड़ियों को काम करने के लिए छोड़ देंगे, वे काम करेंगे। यदि आप उन पर दबाव डालते हैं कि यदि आप अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं, तो कुछ बाहर हो जाते हैं और कुछ नहीं।"

हरभजन, जो इस टेस्ट चैंपियनशिप में कमेंटेटर के रूप में इंग्लैंड में हैं, उन्होंन कहा, "विचार उन्हें विश्वास दिलाने के लिए है कि भले ही आप अच्छा प्रदर्शन न करें, अपना सर्वश्रेष्ठ दें। इस तरह हम शायद कुछ कप उठाएंगे। बस निडर होकर खेलें।"