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स्पोर्ट्स डेस्क : आईसीसी टी20 विश्व कप 2022 के सुपर 12 मुकाबले में रविवार को साउथ अफ्रीका के हाथों 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इसी के साथ साउथ अफ्रीका अपने ग्रुप में 3 मैचों में 5 अंक लेकर पहले स्थान पर आ गई है तो वहीं भारत 4 अंक के साथ दूसरे स्थान पर है। हालांकि, भारत की हार से पाकिस्तान क्रिकेट टीम का सेमीफाइनल में पहुंचने की आस लगभग खत्म होती दिखी। वहीं भारत सेमीफाइनल में पहुंचने का पक्का दावेदार है, लेकिन इसके अलावा भारत की हार से इतिहास ने खुद को दोहराया। 

बना अजब संयोग
भारत की टूर्नामेंट में यह पहली हार रही, जो साउथ अफ्रीका ने दी। अब ऐसे में यह हार भारत के वर्ल्ड कप जीतने के संयोग बना रही है। दरअसल, टी20 वर्ल्ड कप में कुछ ऐसा ही हो रहा है जो 11 साल पहले 2022 वर्ल्ड कप में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में देखने को मिला था।

2011 वर्ल्ड कप में जब भारत ने खिताब जीता था तो उस दौरान भारतीय टीम ग्रुप स्टेज में एकमात्र मैच साउथ अफ्रीका के खिलाफ ही हारी थी। इसके अलावा ग्रुप स्टेज में भारत के साथ उस समय नीदरलैंड्स भी थी। नीदरलैंड्स के खिलाफ भारत इस टी20 विश्व कप कप से पहले सिर्फ दो ही बार खेला है। 2011 वर्ल्ड कप से पहले भारत 2003 वर्ल्ड कप में भी नीदरलैंड्स से भिड़ा था। जब-जब भारत ने नीदरलैंड को हराया है वह वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंचा है।  

साथ ही 2011 वर्ल्ड कप में आयरलैंड ने इंग्लैंड को हराकर सबको हैरान किया था। अब इस बार भी ग्रुप 1 में आयरलैंड ने इंग्लैंड को मात दी। वहीं भारत ने नीदरलैंड्स को ग्रुप स्टेज में हराया वहीं साउथ अफ्रीका से टीम हारी। अब भारत के दो मैच बचे हैं, जो बांग्लादेश और जिम्बाब्वे के खिलाफ होंगे। यदि भारत अगले दो मैच जीतता है तो ग्रुप स्टेज में भारत के नाम एक ही हार रहेगी जो साउथ अफ्रीका ने दी है।