नई दिल्ली : भारतीय टेस्ट टीम के कुछ खिलाड़ी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 26 दिसंबर से शुरू होने वाली दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला से पहले भारत ‘ए' के इस देश के दौरे पर कुछ मैचों में खेल सकते हैं। भारत ‘ए' टीम इस दौरे पर तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला खेलेगी। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) अक्सर मुख्य टीम के विदेशी दौरे से पहले ए टीम (या आयु वर्ग की टीम) का दौरा उस देश में कराता रहा है लेकिन एकदिवसीय विश्व कप पर ध्यान देने के कारण पिछले साल बांग्लादेश के दौरे के बाद इसे रोक दिया गया था। घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को अगले दो महीने में पांच से छह लिस्ट ए मैचों में अपनी प्रतिभा को साबित करने का मौका मिलेगा।
भारतीय ‘ए' टीम दक्षिण अफ्रीका ‘ए' के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों (4 दिवसीय) की श्रृंखला खेलेगी। इसके बाद इंग्लैंड के भारत दौरे से पहले जनवरी में ‘इंग्लैंड लायन्स (ए टीम)' की टीम के खिलाफ दो या तीन मैचों की श्रृंखला का आयोजन हो सकता है। बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा कि हां, अगले महीने भारत ‘ए' और दक्षिण अफ्रीका ‘ए' के बीच 3 चार दिवसीय टेस्ट हैं। उसके लिए टीम की घोषणा कुछ दिनों में कर दी जाएगी।
मुख्य टीम का सेंचुरियन (26 से 30 दिसंबर) और केप टाउन (तीन से सात जनवरी) में होने वाले 2 टेस्ट मैचों से पहले लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले अधिकांश युवा खिलाड़ियों के साथ-साथ कुछ सीनियर खिलाड़ी भी वहां मौजूद रहेंगे। इससे इन खिलाड़ियों को परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने का मौका मिलेगा।
अभिमन्यु ईश्वरन, बी साई सुदर्शन, यश ढुल, कोना भरत, उपेन्द्र यादव और सौरभ कुमार निश्चित रूप से इस योजना में शामिल होंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या अजिंक्य रहाणे, रविचंद्रन अश्विन और जयदेव उनादकट जैसे सीनियर खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया जाएगा? इन खिलाड़ियों को इस मुकाबले से दक्षिण अफ्रीका की चुनौती के अनुरूप खुद को ढालने के लिए कम से कम एक चार दिवसीय मुकाबला खेलने का मौका मिल सकता है।
टेस्ट से बाहर किए गए जयंत यादव और सेना के पुलकित नारंग ऐसे ऑफ स्पिनर गेंदबाज है जिन्हें अक्सर टेस्ट श्रृंखला के दौरान भारतीय नेट सत्र के दौरान अभ्यास के लिए बुलाया जाता है। ऐसे में इन दोनों के नाम पर भी चर्चा हो सकती है। तेज गेंदबाजों में विधावथ कावेरप्पा, कुलदीप सेन, हर्षित राणा और उमरान मलिक के साथ अनुभवी नवदीप सैनी जैसे गेंदबाजों के नाम पर चर्चा होगी।
मयंक अग्रवाल ने बीते रणजी सत्र में सबसे ज्यादा रन बनाये थे लेकिन राष्ट्रीय टीम में कप्तान रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल जैसे शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की मौजूदगी में यह देखना होगा कि उनके नाम पर चर्चा की जाती है नहीं।