स्पोर्ट्स डेस्क: रायपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे वनडे में अपना पहला वनडे शतक लगाने के बाद भारतीय बल्लेबाज रुतुराज गायकवाड़ ने नंबर-4 पर बल्लेबाजी को लेकर खुलकर बात की। घरेलू क्रिकेट और लिस्ट-A मुकाबलों में नियमित ओपनर होने के बावजूद गायकवाड़ को शुभमन गिल की चोट और श्रेयस अय्यर के बाहर होने के चलते मध्यक्रम में उतारा गया था। पहले मैच में डिवाल्ड ब्रेविस के शानदार कैच पर आउट होने के बाद गायकवाड़ ने दूसरे वनडे में 105 रन की बेहतरीन पारी के साथ खुद को साबित किया।
पोस्ट-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में गायकवाड़ ने कहा, 'एक ओपनर पर इतनी बड़ी जिम्मेदारी और भरोसा दिखाना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैनेजमेंट को लगा कि मैं नंबर-4 पर भी टीम के लिए उसी तरह योगदान दे सकता हूं, तो यह मेरे लिए बड़ी प्रेरणा थी।'
उन्होंने बताया कि बल्लेबाजी ऑर्डर बदलने के बावजूद उन्हें अपनी शैली को ज्यादा बदलने की जरूरत नहीं पड़ी। 'चाहे मैं ओपनिंग करूं या नंबर-4 पर खेलूं, मेरा लक्ष्य हमेशा लंबी पारी खेलना होता है। मैं जानता था कि 11 से 40 ओवर के बीच स्ट्राइक कैसे रोटेट करनी है, कब बाउंड्री ढूंढनी है। बस शुरुआत के 10–15 गेंदें समझदारी से खेलनी होती हैं।'
रुतुराज ने 77 गेंदों में अपना पहला वनडे शतक पूरा किया और 83 गेंदों में 105 रन बनाए, जिसमें 12 चौके और 2 छक्के शामिल थे। वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नंबर-4 पर शतक जड़ने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय बल्लेबाज बने—पहले हैं श्रेयस अय्यर। उन्होंने विराट कोहली के साथ तीसरी विकेट के लिए 195 रन की शानदार साझेदारी भी निभाई, जिसमें कोहली ने अपना 53वां वनडे शतक पूरा किया।
लिस्ट-A क्रिकेट में गायकवाड़ के धांसू आंकड़े
यह गायकवाड़ का लिस्ट-A क्रिकेट में 18वां शतक था। 88 पारियों में उन्होंने 4,647 रन बनाए हैं और उनका औसत 57.37 है। उनकी इस पारी के बाद अगले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज से पहले चयनकर्ताओं के लिए टीम संयोजन को लेकर नई चुनौती खड़ी हो गई है।
अब निगाहें निर्णायक मुकाबले पर
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज का निर्णायक मुकाबला 6 दिसंबर को विशाखापट्टनम के एसीए-वीडीसीए स्टेडियम में खेला जाएगा, जहां गायकवाड़ के पास एक बार फिर बड़ा स्कोर बनाने का मौका रहेगा।