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स्पोर्ट्स डेस्क: रायपुर में खेले गए दूसरे वनडे में दक्षिण अफ्रीका ने 359 रनों का विशाल लक्ष्य हासिल कर भारत को 4 विकेट से हराया और सीरीज 1-1 से बराबर कर दी। अब निर्णायक मुकाबला शनिवार को विशाखापट्टनम में खेला जाएगा। दूधिया रोशनी में भारतीय गेंदबाज बड़े स्कोर का बचाव नहीं कर पाए और इस हार ने टीम के कई कमजोर पहलुओं को उजागर कर दिया।

1. तेज गेंदबाज नहीं कर पाए असर

रायपुर की आसान होती पिच पर भारतीय पेसरों ने भरसक कोशिश की, लेकिन वे एडेन मार्करम की तूफानी पारी को रोक नहीं पाए। हालांकि प्रसिद्ध कृष्णा ने दूसरे स्पेल में दो अहम विकेट लेकर उम्मीद जगाई, लेकिन तब तक रन रेट इतना आसान हो चुका था कि दक्षिण अफ्रीका पर कोई दबाव नहीं बना।

2. स्पिनर्स भी रहे पूरी तरह फीके

रायपुर की पिच ने स्पिनर्स को बिल्कुल मदद नहीं दी। वॉशिंगटन सुंदर, रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव ने मिलकर 21 ओवर फेंके, लेकिन केवल एक विकेट ही हासिल कर सके। जडेजा किफायती रहे, लेकिन विकेट नहीं निकाल सके, जबकि सुंदर को कप्तान राहुल को सिर्फ 4 ओवर ही देना पड़े।

3. यशस्वी जायसवाल की महंगी गलती

मैच का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट आया जब कुलदीप यादव के 18वें ओवर में यशस्वी जायसवाल ने मार्करम का आसान कैच टपका दिया। तब मार्करम 53 रन पर खेल रहे थे। गेंद हाथ में आने के बावजूद जायसवाल सही पोजीशन में नहीं थे और कैच छूटकर छक्का बन गया। मार्करम ने बाद में 110 रन बनाए—यानी यह ड्रॉप कैच भारत को 57 रन महंगा पड़ा।

4. टॉस बना बॉस, ओस ने किया खेल खराब

रात में ओस गिरने के कारण गेंदबाजों के लिए गेंद पर ग्रिप बनाना मुश्किल हो गया। भारतीय टीम टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने को मजबूर हुई, जबकि इस पिच पर पहले गेंदबाजी करना फायदेमंद था।

5. मिसफील्डिंग ने बढ़ाया नुकसान

भारत की फील्डिंग में भी कई जगह चूक नजर आई। कई आसान कैच छोड़े गए और रन बचाने में देरी हुई, जिससे अतिरिक्त रन और स्ट्रेस दोनों बढ़ गए। ओवर-थ्रो और स्लिप/बाउंड्री क्षेत्र में गलती के कारण दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को लगातार बढ़त मिली।

अब निगाहें निर्णायक मुकाबले पर

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज का निर्णायक मुकाबला 6 दिसंबर को विशाखापट्टनम के एसीए-वीडीसीए स्टेडियम में खेला जाएगा, जहां गायकवाड़ के पास एक बार फिर बड़ा स्कोर बनाने का मौका रहेगा।