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स्पोर्ट्स डेस्क : भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच गुवाहाटी में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन सुबह एक दिलचस्प दृश्य देखने को मिला। भारत के स्टैंड-इन कप्तान ऋषभ पंत अचानक बेहद नाराज़ नज़र आए, जब टीम को ओवर की देरी के लिए दूसरी आधिकारिक चेतावनी मिली। पहले दिन मिली पहली वॉर्निंग के बाद यह दूसरी गलती टीम को भारी पड़ सकती थी। ऐसे में पंत ने अपना गुस्सा गेंदबाज़ कुलदीप यादव पर निकालते हुए उनसे तेज़ी दिखाने को कहा। यह घटना स्टंप माइक में साफ सुनी गई, जिसने सोशल मीडिया पर भी हलचल मचा दी। 

स्टॉप-क्लॉक नियम पर दूसरी चेतावनी से बिगड़े हालात 

88वें ओवर के दौरान अंपायर रिचर्ड केटलबोरो ने भारत को 60 सेकंड की समय सीमा पार करने पर फिर से चेतावनी दी। टीम पहले ही एक वॉर्निंग झेल चुकी थी, और दूसरी के बाद स्थिति काफी संवेदनशील हो जाती है, क्योंकि तीसरी बार नियम टूटने पर विपक्षी टीम को पेनल्टी रन दिए जाते हैं। ओवरों के बीच ढिलाई और खिलाड़ियों की धीमी मूवमेंट से नाराज़ पंत ने तुरंत गेंदबाज़ कुलदीप यादव से कहा कि वे तेज़ी से अगला डिलीवरी शुरू करें।

स्टंप माइक में साफ सुने गए पंत के कड़े शब्द 

नाराज़ कप्तान अपने खिलाड़ियों से काफी निराश दिखे। स्टंप माइक में पंत को कहते सुना गया, "यार, 30 सेकंड का टाइमर है। घर पे खेल रहे हो क्या? जल्दी डाल एक बॉल!" इसके बाद उन्होंने और सख्त लहजे में कहा, "यार कुलदीप, दोनों बार वॉर्निंग ले ली। पूरा एक ओवर चाहिए क्या? टेस्ट क्रिकेट को मजाक बना रखा है!" यह स्पष्ट था कि पंत टीम की अनुशासनहीनता को लेकर बेहद खिन्न थे और आगे किसी तरह की पेनल्टी से बचना चाहते थे। 

कुछ खिलाड़ी धीमे चल रहे थे, कप्तान का गुस्सा और बढ़ा 

ऑन-फील्ड कैमरों में दिखा कि कुछ भारतीय खिलाड़ी ओवरों के बीच आराम से जॉगिंग करते हुए दिखाई दे रहे थे। इससे ओवर की गति और धीमी हुई, जिसने पंत को और ज्यादा निराश किया। कप्तान के रूप में उनका यह रवैया दर्शाता है कि वे मैदान पर अनुशासन और तेजी को लेकर बहुत सख्त हैं।

रोहित शर्मा की कप्तानी की यादें ताजा हुईं 

ऋषभ पंत की यह प्रतिक्रिया क्रिकेट फैंस को रोहित शर्मा की कप्तानी के दिनों की याद दिला गई। 38 साल के रोहित, जिन्होंने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा, अपनी कड़क कप्तानी और ऑन-फील्ड प्रैक्टिकल अप्रोच के लिए जाने जाते थे। रोहित हमेशा खिलाड़ियों को समय का पालन और तेज़ रफ्तार बनाए रखने के लिए प्रेरित करते थे, और पंत का यह व्यवहार उसी का प्रतिबिंब माना जा रहा है।

ICC का स्टॉप-क्लॉक नियम क्या है? 

इस साल की शुरुआत में ICC ने टेस्ट क्रिकेट के लिए स्टॉप-क्लॉक नियम लागू किया। इसके तहत पिछले ओवर के खत्म होने के 60 सेकंड के भीतर अगला ओवर शुरू होना चाहिए। पहली दो गलती पर चेतावनी मिलती है, तीसरी गलती पर बल्लेबाज़ी टीम को 5 पेनल्टी रन दिए जाते हैं, हर 80 ओवर के बाद वॉर्निंग काउंटर रीसेट कर दिया जाता है। यह नियम पहले से ही जून 2024 से ODI और T20I में लागू है। टेस्ट में इसे लागू करने का उद्देश्य खेल की गति को बनाए रखना है।