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स्पोर्ट्स डैस्क : भारत-न्यूजीलैंड के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज का पहला मैच बेहद रोमांचक रहा। हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में चारों तरफ से सिर्फ चाैकों-छक्कों की बरसात देखने को मिली। भारत ने भले ही इस मैच को आखिरी पलों में 12 रनों से जीत लिया हो, लेकिन उनके लिए जीत आसान नहीं रही। भारत के लिए पहले शुबमन गिल ने 210 रनों की पारी खेल सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। लेकिन न्यूजीलैंड के लिए माइकल ब्रेसवेल ने ऐसी धुंआधार पारी खेली, जिसके आगे फिर गिल की पारी फीकी पड़ गई। यह हुआ ब्रेसवेल के बल्ले से निकले तूफानी शतक से जिसने करोड़ों भारतीयों की नीद उड़ा दी। 

12 चाैके, 10 छक्के...काैन है ब्रेसवेल?

ब्रेसवेल ने बहुत देरी के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा, पर रखा धमाकेदार रूप से। भारत के खिलाफ उन्होंने महज 78 रनों में ही 140 रनों की पारी खेली, जिसमें 12 चाैके व 10 दनदनाते छक्के शामिल रहे। 7वें नंबर उतरे ब्रेसवेल का यह 17वां वनडे रहा। ब्रेसवल के बारे में बात करें तो यह न्यूजीलैंड के क्रिकेटर हैं जो आॅलराउंडर के रूप में टीम में खेलते हैं। स्पिन गेंदबाजी करके वह विकेट चटकाने में भी माहिर हैं। ब्रेसवेल वेलिंगटन के लिए खेलते हैं। इनका जन्म 14 फरवरी 1991 में हुआ था। यह पूर्व टेस्ट खिलाड़ी ब्रेंडन व जाॅन ब्रेसवेल के भतीजे व वर्तमान अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी डग ब्रेसवेल के चचेरे भाई हैं। ब्रेसवेल ने पिछले साल ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था।

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इस कारण आए थे चर्चा में

ब्रेसवेल पहली बार चर्चा में तब आए जब उन्होंने पिछले साल आयरलैंड के खिलाफ एक वनडे मैच में टीम को जीत दिलाने का काम किया था। तब आयरलैंड ने 300 रन बनाए थे। जवाब में न्यूजीलैंड ने 9 विकेट खो दिए थे। आखिरी ओवर में उसे जीत के लिए 20 रन चाहिए थे, लेकिन ब्रेसवेल ने 1 गेंद रहते टीम को धमाकेदार जीत दिला दी थी। इस दाैरान उन्होंने नाबाद 127 रनों की पारी खेली थी। 

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इसके अलावा ब्रेसवेल के नाम टी20आई क्रिकेट में पहले ओवर के दाैरान ही हैट्रिक लेने का विश्व रिकाॅर्ड है। जुलाई 2022 में आयरलैंड के खिलाफ ही उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की थी। तब आयरलैंड को जीत के लिए 42 गेंदों पर 94 रन चाहिए थे। वहीं, कीवी टीम जीत से तीन विकेट दूर थी। ब्रेसवेल की पहली गेंद पर ही चौका लग गया, दूसरी गेंद पर एक रन बना, लेकिन अगली तीन गेंदों पर उन्होंने तीन विकट लेकर इतिहास रच दिया और मैच भी खत्म कर दिया। 

भारत की सांसें थमा दीं

वहीं अब एक बार फिर ब्रेसवेल ने टीम के लिए बड़ा योगदान दिया, लेकिन वह जीत नहीं दिला सके। भारत से मिले 150 रनों के लक्ष्य के जवाब में जहां दिग्गज कीवी बल्लेबाज धूल चाटते दिखे तो वहीं ब्रेसवेल ने अकेले ही मैच को मोड़ने का काम किया। आखिरी 5 गेंदों में न्यूजीलैंड को जीत के लिए 13 रन चाहिए थे। लगा कि ब्रेसवेल फिर से वही कमाल करेंगे जो आयरलैंड के खिलाफ किया था, लेकिन वह शार्दुल ठाकुर की गेंद पर एल्बीडब्ल्यू आउट हो गए, जिस कारण उनकी पूरी टीम 337 रनों पर ढेर हो गई। अगर ब्रेसवेल आउट ना होते तो यकीनन वह मैच खत्म करके लाैटते।

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