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धर्मशाला : विश्व कप की शुरुआत के पहले से ही यहां के हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ मैदान का आउटफील्ड लोगों के निशाने पर रहा है लेकिन रविवार को यहां खेलने वाली भारत और न्यूजीलैंड की टीमों ने इसे अधिक तूल नहीं दिया। अफगानिस्तान, इंग्लैंड और बांग्लादेश की टीम इस मैदान के आउटफील्ड की आलोचना कर चुकी हैं। भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने हालांकि कहा कि उन्हें आउटफील्ड से कोई शिकायत नहीं है क्योंकि यह दोनों टीमों के लिए समान थी लेकिन अगर यह अच्छी होती तो बेहतर होता। 

पांच विकेट चटकाकर भारत की चार विकेट की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले शमी ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘आपने देखा ही है कि आउटफील्ड कैसा है। शिकायत कोई नहीं हैं क्योंकि दोनों टीमों के लिए समान हालात थे। मैदानकर्मियों को भी कुछ नहीं बोल सकते क्योंकि उनकी भी अपनी मजबूरियां हैं। कोई सवालिया निशाना लगाना सही नहीं है। स्थिति दोनों टीमों के लिए समान है, दोनों को इसी में खेलना था। भारत के बाहर भी उतार-चढ़ाव होते रहते हैं। हम गीले मैदान पर भी खेलते हैं। शिकायत नहीं है लेकिन जितना अच्छा मिलेगा उतना बेहतर होगा।' 

न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों को आउटफील्ड पर कई बार गोता लगाकर रन रोकते हुए देखा गया और टीम की ओर शतक जड़ने वाले डेरिल मिशेल ने कहा कि उन्होंने कुछ मानक स्थापित किए हैं और उस पर कायम रहना चाहते हैं। मिशेल ने कहा, ‘यह क्रिकेट खेलने के लिए एक खूबसूरत जगह है। आप पहाड़ों को देख सकते हैं और यह शानदार दिखता है। हमारी ब्लैक कैप्स टीम में कुछ मानक हैं कि आप टीम को मैच जिताने में मदद करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे और इसमें सीमा रेखा पर कूदकर गेंद रोकना भी शामिल है। ऐसा करने में ब्लैक कैप्स के रूप में हमें खुद पर गर्व है और हम ऐसा करना जारी रखेंगे, चाहे हम दुनिया में कहीं भी खेलें।'