कोलकाता : भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी 14 महीने बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी करने के लिए तैयार है और उन्होंने कहा कि अगर खिलाड़ी के अंदर देश के लिए खेलने की बेताबी हो तो वह कई चोटों से उबर सकता है। शमी आखिरी बार भारत के लिए नवंबर 2023 में वनडे विश्व कप फाइनल में खेले थे। उनके बाएं पैर में टखने में चोट लगी थी जिसके लिए उन्हें सर्जरी की जरूरत पड़ी। अनुभवी तेज गेंदबाज के बुधवार को यहां घरेलू मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी20 के साथ भारत में वापसी करने की उम्मीद है। उन्हें वनडे चैंपियंस ट्रॉफी टीम में भी चुना गया है।
शमी ने बंगाल क्रिकेट संघ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि देश के लिए जो खेलने की भूख है वो कभी खत्म नहीं होनी चाहिए। आपको अगर उससे प्यार है तो आप हमेशा ‘फाइटबैक' करते रहेंगे, चोटिल चाहे आप 10 बार हो जाए। मुझे लगता है कि देश के लिए खेलने की भूख कभी खत्म नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरे दिमाग में हमेशा यही रहता है कि मैं कितना भी मैच खेलू लूं वो मेरे लिए कम है क्योंकि एक बार अगर मैंने क्रिकेट छोड़ा तो शायद वो दोबारा ना होगा।
शमी ने यहां ईडन गार्डन्स में अंडर-15 महिला क्रिकेटरों को संघ द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में कहा कि ऐसा कभी नहीं हुआ कि अपने राज्य या देश का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ी चोट लगने के बाद खेल छोड़ने के बारे में सोचें। जब भी हम चोटिल होते हैं तो हमारे दिमाग में एक ही विचार आता है, हम कब वापसी कर सकते हैं? इस मौके पर क्रिकेट के दिग्गज सौरव गांगुली, भारत की पूर्व महिला कप्तान मिताली राज और झूलन गोस्वामी मौजूद थे।
बंगाल के तेज गेंदबाजी कोच शिब शंकर पॉल ने भी शमी की पिछले साल प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी की कहानी बयां की थी। उन्होंने कहा कि तेज गेंदबाजों को चोटों से वापसी करने में समय लगता है। उनमें वापसी की इतनी भूख थी कि वह खेल खत्म करने के बाद भी गेंदबाजी करना चाहते थे। यह एक खिलाड़ी का महान समर्पण है। कुछ खिलाड़ी खेल के बाद 30 से 45 मिनट तक अधिक गेंदबाजी करना चाहते हैं। वह घरेलू टी20 मैचों के दौरान मैच के दिन टीम के पहुंचने से पहले सुबह 6 बजे मैदान पर पहुंचने वाले पहले खिलाड़ी थे। वह सख्त आहार पर थे। मैंने उन्हें दिन में केवल एक बार भोजन करते देखा। उन्हें बिरयानी खाना बहुत पसंद है, लेकिन जब से वह एक्शन में लौटे हैं, मैंने उन्हें पिछले दो महीनों में इसे खाते हुए नहीं देखा है।"